भाजपा के हुए ‘ममता के अधिकारी’, बोले- बंगाल में अब बीजेपी की बारी

Akanksha
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कोलकाता : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दो दिवसीय बंगाल दौरे के आज पहले दिन मिदनापुर में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस को बड़ा झटका लगा. शाह की रैली के दौरान मंच पर सुवेंदु अधिकारी सहित टीमसे के 11 विधायकों, एक सांसद और एक पूर्व सांसद ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. सभी नेताओं ने शाह की मौजूदगी में भाजपा को स्वीकार किया.

ममता सरकार के परिवहन मंत्री रहे सुवेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस और सीएम ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा. भाजपा में शामिल होते ही अधिकारी ने कहा कि टीएमसी में लोकतंत्र नहीं रह गया है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बाहर का बताया जा रहा है. ममता को चेताते हुए सुवेंदु ने आगे कहा कि, लेकिन यह जान लीजिए हम पहले भारतीय हैं उसके बाद में बंगाली है. चेतावनी देते हुए अधिकारी ने टीएमसी से कहा कि, मैं चेतावनी देना चाहता हूं कि वो जो नहीं चाहते वही होगा. पश्चिम बंगाल में अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने वाली है.

पश्चिम बंगाल की राजनीति में सुवेंदु अधिकारी अपना एक प्रमुख स्थान रखते हैं. अधिकारी पूर्वी मिदनापुर जिले के एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से संबंध रखते हैं. बंगाल की 294 विधानसभा सीटों में से 65 विधानसभा सीटों पर अधिकारी का सीधा प्रभाव माना जाता है. उनके पिता का भी राजनीति से नाता रहा है. उनके पिता 1982 में कांथी दक्षिण से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं.

अधिकारी के पिता बाद में तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में से एक के रूप में पहचाने गए. सुवेंदु भी अपने पिता की चुनावी सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं. वे पहली बार साल 2006 में चुनाव जीते थे. इसके तीन साल बाद वे तुमलुक सीट से सांसद बने. वे हाल ही में बंगाल सरकार में परिवहन मंत्री थे. बीते दिनों परिवहन मंत्री और फिर टीएमसी के विधायक पद से उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया था. जबकि हाल ही में उन्होंने पार्टी के सभी पदों को त्याग दिया था. उन्होंने जब परिवहन मंत्री का पद त्यागा था, इसके बाद से ही उनके भाजपा में जाने की ख़बरें चल रही थी.