SCO Summit: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री समरकंद में हुए शर्मसार, कान में नहीं लगा पा रहे थे Earphone, यह देख मुस्कराने लगे रुसी राष्ट्रपति पुतिन

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उज्बेकिस्तान के समरकंद में दो दिवसीय शंघाई सहयोग संगठन (SCO) चल रहा है। एससीओ में शामिल होने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी समरकंद पहुंचे हैं। शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बीच बैठक हुई है। इस बैठक के दौरान पाक पीएम को सबके सामने शर्मसार होना पड़ा.

दरअसल, SCO समिट से पहले शाहबाज शरीफ की पुतिन से मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि शाहबाज ट्रांसलेटर टूल (Earphone) नहीं लगा पा रहे हैं। उनका ईयरफोन बार-बार नीचे गिरा। उन्होंने कई बार ट्रांसलेटर टूल को लगाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। जिसके बाद आख़िरकार परेशान होकर उन्होंने मदद मांगी। क्या कोई मेरी मदद कर सकता है, जिसके बाद उनका सहायक उनकी मदद करने के लिए भागा, इसके वाबजूद भी उनका ईरफ़ोन बार बार गिर जा रहा था. जिसको देखकर राष्ट्रपति पुतिन मुस्कराने लगे.

 

आखिर SCO Summit है क्या?

शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेश (SCO) एक स्थायी अंतरराष्ट्रीय संगठन है। जिसकी 15 जून 2001 को चीन की राजधानी शंघाई में इस संगठन की घोषणा हुई। इस संगठन के एलान के वक्त इसमें कजाखस्तान, चीन, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान ने हिस्सा लिया था। 1996 में बने शंघाई फाइव का मकसद चीन, रूस समेत इन पांचों देशों की सीमाओं पर तनाव कम करना था। 1997 में मॉस्को में हुए समझौते के बाद ये देश अपनी-अपनी सीमाओं से सैन्य जमावड़ा कम करने को राजी हो गए। 2001 में इस संगठन में उज्बेकिस्तान शामिल हुआ। इसके बाद इसका नाम शंघाई फाइव से बदलकर SCO कर दिया गया। वर्तमान में इस वक्त SCO के सदस्य देशों की संख्या बढ़कर आठ हो चुकी है। SCO के आठ पूर्णकालिक सदस्यों में भारत, कजाखस्तान, चीन, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, पाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं।