उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लड़कियों के लिए एक नई स्कीम लेकर आई है। इस योजन के तहत बेटियों के प्रति नकारात्मक सोच रखने वालों के लिए को एक नई उम्मीद दे सकती हैं। जो लड़कियां शिक्षा स्वास्थ्य जैसे मौलिक अधिकारों से वंचित रह जाती हैं। इन्हीं कुरूतियों को खत्म करने के लिए योगी सरकार ने कन्या सुमंगला योजना बनाई गयी है। इस योजना के तहत आर्थिक सहायता के तौर पर 15 रूपए दिए जाएंगे।
क्या है ये योजना
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने लडकियों के लिए कन्या सुमंगला योजना Kanya Sumangla Yojana) बनाई हैं। इस स्कीम के अंतर्गत प्रदेश की बेटियों को पूरे 15 हजार रूपए कि प्रोत्साहन राशि देगी। इस योनजा से बेटियों को बढ़ावा मिलेंगा और घर के कामकाज के स्वास्थ्य-शिक्षा जैसे अधिकारों के बारे में जान सकेंगी। अपने आप को सही ढंग से निखारने में आसानी होंगी।
इस प्रकार से मिलेंगा लाभ
कन्या सुमंगला योजना के तहत लड़कियों को 15 हजार कि राशि 6 किस्तों में मिलेंगी। इस स्कीम के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप ऑफिशियल वेबसाइट https://mksy.up.gov.in/women_welfare/index.php पर विजिट कर लें।
- बालिका के जन्म होने पर – पहली किस्त के 2000 रुपये –
- एक वर्ष तक के पूर्ण टीकाकरण पर – दूसरी किस्त के 1000 रुपये
- कक्षा एक में प्रवेश लेने पर – तीसरी किस्त के 2000 रुपये
- कक्षा 6 में प्रवेश लेने के बाद – चौथी किस्त के 2000 रुपये
- कक्षा 9 में एडमिशन के बाद – पांचवी किस्त के 3000 रुपये
- 10वीं या 12वीं कक्षा में उत्तीर्ण करके स्नातक या फिर 2 साल से अधिक अवधि के डिप्लोमा कोर्स पर – छठी किस्त के 5000 रुपये दिए जाते हैं।
इन बेटियों को मिलेंगा फायदा
- योजना का लाभ उसी बेटी को मिलेगा जिसका जन्म एक अप्रैल 2019 को या उसके बाद हुआ होगा.
- योजना का लाभ उसी बेटी को मिलेगा जिसका परिवार उत्तर प्रदेश का निवासी होगा.
- साथ ही परिवार के पास स्थायी निवास प्रमाण पत्र हो, जिसमें राशन कार्ड/ आधार कार्ड/ वोटर पहचान पत्र/ इलेक्ट्रिसिटी/ टेलीफोन होना चाहिए और वही मान्य होगा.
- लाभार्थी की सलाना आय अधिकतम 3 लाख रुपये हो.
- किसी परिवार की अधिकतम दो ही बच्चियों को योजना का लाभ मिल सकेगा.
- परिवार में अधिकतम दो बच्चे हों.
- अगर किसी के घर में पहली संतान लड़की हो और बाद में जुड़वा संतान में दोनों लड़की हों तो ऐसी स्थिति में तीनों
- बालिकाओं को इस सुविधा का लाभ मिलेगा.
प्रदेश सरकार ने अपने वेबसाइट में बताया है कि बालिकाओं और महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा के साथ विकास के नए असर प्रदान करने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है। इससे जहां कन्या भ्रूण हत्या और बाल विवाह जैसी कुरितियों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी, महिलाएं का सशक्तिकरण होगा। वहीं बेटियों को उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।