नई दिल्ली। यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने परिवार के साथ अयोध्या राम मंदिर जाने के लिए प्लान तैयार किया है। पूर्व सीएम ने कहा, राम मंदिर बनने के बाद वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रामलला का दर्शन करने आएंगे। उन्होंने कहा कि, भगवान विष्णु के जितने भी अवतार हैं, वह उन सभी को मानते हैं। जब भगवान राम अयोध्या आए थे तो उनके ऊपर पारिजात के फूलों की वर्षा की गई थी, इसीलिए उनकी सरकार में सबसे पहले अयोध्या में पारिजात के वृक्ष लगाए गए।
साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि, अयोध्या-फैजाबाद का सबसे ज्यादा विकास हमारी सरकार में हुआ, इतना ही नहीं उन्होंने यह भी जताने की पूरी कोशिश किया कि अयोध्या में राम मंदिर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत बन रहा है। उन्होंने अयोध्या में विकास कार्यों का श्रेय समाजवादी पार्टी के कार्यकाल को देते हुए बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि, अयोध्या और फैजाबाद में जो भी विकास कार्य हुए हैं, उनको गति समाजवादी सरकार के कार्यकाल में मिली थी। उन्होंने आगे कहा कि, अंडरग्राउंड केबल की योजना भी हमने शुरू की थी।
इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने आजम खान का बचाव करते हुए कहा कि, उनके खिलाफ गलत मुकदमे दर्ज कराए गए। अखिलेश ने कहा कि, समाजवादी पार्टी उनके साथ है। हमें कोर्ट पर पूरा भरोसा है और आजम खान छूटकर आएंगे, पूरी समाजवादी पार्टी उनके साथ खड़ी है।
आपको बता दें कि, राम मंदिर निर्माण में उपयोग आने वाली पिंक स्टोन को लेकर राजस्थान सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। पिंक पत्थर भरतपुर स्थित बंध बरेठा के हिस्से बंसी पहाड़पुर ब्लॉक पर मिलता है। राजस्थान सरकार यहां खनन पर लगी रोक को हटवाने की बात कर रही है। वही, सरकार के अनुसार उन्हें केंद्र से वन और वन्यजीव अधिनियम के तहत छूट मिल जाए।
सूत्रों की माने तो, मंदिर की नींव के लिए भूमि के अंदर 100 फुट की गहराई तक खुदाई की जाएगी। इसके लिए कानपुर से ग्रासा गार्ड मशीने मंगवाई गई है। बता दे कि, इस मशीन से मुख्य तौर पर पिलर के लिए नींव की खुदाई की जाएगी। दरअसल मंदिर की नींव रखने के लिए 200 मीटर गहराई तक खुदाई की जानी है और इस काम के लिए कुछ और मशीनें जल्द ही अयोध्या आ जाएंगे।