आज साल का आखिरी सूर्यग्रहण है साथ ही आज सोमवती अमावस्या भी है। ये दोनों आज एक ही दिन एक साथ लगे है जिसकी वजह से संयोग बना है। बता दे, सूर्यग्रहण वृश्चिक राशि और मिथुन लग्न में लगेगा। हालांकि भारत में ग्रहण के दृश्य न होने की वजह से यहां इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। लेकिन ग्रहण और सोमवती अमावस्या एक साथ होने से पांच ग्रहों का योग बन रहा है।
जो आज पूर्ण सूर्य ग्रहण में पांच ग्रह सूर्य, चंद्र, बुध, शुक्र और केतु ग्रह वृश्चिक राशि में रहेंगे। जिसकी वजह से कई राशियों पर भी प्रभाव पड़ेगा। लेकिन इस सूर्य ग्रहण का सूतक नहीं लगेगा। कहा जा रहा है कि इस दौरान गुरु और राहु भी एक साथ बैठे हैं, इसलिए सूर्य ग्रहण के दौरान इस बार गुरु चंडाल योग बनेगा।
ये योग सोमवती अमावस्या पर पंचग्रही योग 53 सालों बाद बन रहा है। इससे पहले ये योग करीब 1963 साल पहले बना था। ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान किए गए दान पूर्ण का पूरा फल मिलते हैं। बता दे, अमावस्या पर पीपल,बरगद, तुलसी के पौधे लगाना भी पुण्य का काम माना जाता है। हालांकि भारत में इसका कोई असर नहीं होगा। वहीं अब इसके बाद 16 दिसंबर से खरमास शुरू हो जाएगा।
खंडग्रास सूर्यग्रहण –
बता दे, जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आ जाता है तब इस स्थिति को सूर्य ग्रहण कहते हैं। वहीं चंद्रमा जब आंशिक रूप से सूर्य को ढके तो इस खंड-ग्रास को सूर्य ग्रहण कहते हैं। इसका मतलब ये है कि 14 दिसंबर को होने वाला सूर्य ग्रहण आंशिक ग्रहण होगा।
सूर्य ग्रहण का समय –
आज शाम 07:03 से ग्रहण शुरू होगा और रात 12:23 बजे समाप्त होगा. यह ग्रहण करीब 5 घंटे से ज्यादा लंबे वक्त तक रहेगा।