आज साल का आखिरी सूर्यग्रहण है। ये सूर्यग्रहण साउथ अफ्रीका, साउथ अमेरिका और प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। ये साल का आखिरी ग्रहण है। ये ग्रहण शाम 07 बजकर 03 मिनट से रात 12 बजकर 23 मिनट तक लगेगा। ग्रहण की कुल अवधि लगभग 5 घंटे रहेगी। आपको बात दे, भारत में इस ग्रहण का कोई असर नहीं होगा। ये भारत में नहीं दिखाई देगा।
वहीं सनातन धर्म की मान्यता के अनुसार, सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण हमारी राशियों पर प्रभाव डालते हैं। इसके साथ ही यह भी माना जाता है कि ग्रहण काल में सूर्य से निकलने वाली किरणें हानिकारक होती हैं। यही वजह है कि ग्रहण काल से पहले खाने-पीने की चीजों में लोग तुलसी क पत्ते डालते हैं ताकि खाना और पानी अशुद्ध न हो।
इसके अलावा सूर्य ग्रहण वह घटना है जब पृथ्वी और सूर्य के बीच में चंद्रमा आंशिक या पूर्ण रूप से आ जाता है। दरअसल, इस सूर्यग्रहण पर ग्रहों की स्थिति में गुरु चंडाल योग बना रही हैं। जिसकी वजह से कुछ लोगों को सावधानियां बरतना बहुत जरुरी है। जी हां इस योग के साथ ही साथ पाप ग्रह राहु की दृष्टि देवगुरु बृहस्पति पर है। जिसकी वजह से मकर राशि में शनि के साथ बैठा हुआ है। ऐसे में जिनकी पत्रिका में पहले से ही गुरु चंडाल योग है उन्हें ख़ास सावधानी रखने की आवश्यकता है।
बताया जा रहा है कि ग्रहों की जो स्थिति बन रही है उससे दिसंबर से लेकर अप्रैल तक उहापोह के हालात बने रहेंगे। यदि आपको भी कुंडली कुंडली में ये योग बन रहा है तो आप को इस ग्रहण के चलते सावधानियां बरतनी होगी। जानकारी के मुताबिक, ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। ये ग्रहण सिर्फ दक्षिण अमेरिका, साउथ अफ्रीका अटलांटिक, हिंद महासागर और प्रशांत महासागर के कुछ भागों में देखा जा सकेगा। इसके अलावा इसका सूतक काल भी नहीं माना जाएगा।
सूर्य ग्रहण में क्या करें –
सूर्य ग्रहण लगने से पहले नहा धोकर भगवान की पूजा अर्चना और हवन करना चाहिए। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के समय किए गए दान से सामान्य से कई गुना फल मिलता है। इस दौरान पुण्य कर्म करने चाहिए।