नई दिल्ली : केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ चल रहे पंजाब और हरियाणा के किसान आंदोलन पर सरकार और विपक्ष के बीच ख़ूब बयानबाजियां हो रही है. अब केंद्रीय मंत्री राव साहब ने इसे लेकर एक बड़ा बयान देते हुए भारत के दो पड़ोसी देशों का हाथ भारत के किसान आंदोलन के पीछे बताया है. राव साहब दानवे ने भारत के दो पड़ोसी और चिर प्रतिद्वंद्वी चीन एवं पाक़िस्तान का हाथ किसान आंदोलन के पीछे होने की बात कही है.
बुधवार को औरंगाबाद में राव साहब दानवे ने कहा कि दिल्ली के पास चल रहे किसान आंदोलन में पाकिस्तान और चीन का हाथ है. जालना के तकली कोलतेगांव के प्राथमिक आरोग्य केंद्र के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे केंद्रीय मंत्री राव साहब दानवे ने यह बयान दिया.
आपको जानकारी के लिए बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में किसान 14 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं. किसानों और सरकार के बीच किसानों के मुद्दे को लेकर आज सुबह छठे दौर की वार्ता होनी थी, इससे पहले मंगलवार रात को 13 किसान नेताओं के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक ली थी. इस बैठक में यह तय हुआ था कि सरकार कृषि कानून वापस नहीं लेगी और उनमे संशोधन करेगी. जबकि आज दोपहर सरकार को किसानों को लिखित में यह प्रस्ताव किसानों को देना था, हालांकि किसानों ने आज शाम सरकार के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है और किसानों ने कहा है कि सरकार को हर हल में ये कानून वापस लेने ही होंगे. वहीं सरकार भी दूसरी और कानून वापस न लेने पर अड़ी हुई है.