अर्जुन राठौर। आखिर क्या वजह है कि इंदौर के नए महापौर पुष्यमित्र भार्गव पहले ही दिन यातायात के सुधार के लिए सड़क पर क्यों उतर गए?
इंदौर की जनता के लिए यह बेहद आश्चर्यचकित कर देने वाली बात थी जाहिर है कि नए महापौर ने सड़क पर उतर कर यह संकेत दे दिया है कि वे जनता के बीच के ही महापौर है और उन्हें जनता के बीच किसी भी परेशानी को लेकर जाने में कोई परहेज नहीं रहेगा ।
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सड़क पर उतर कर उन्होंने इस बात का खुलासा कर दिया है कि किसी भी समस्या के समाधान के लिए वे महापौर के साथ-साथ एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने के लिए तैयार हैं इस मायने में इंदौर की जनता को इस बात का भरोसा हो जाना चाहिए कि उनकी समस्याएं सीधे-सीधे महापौर द्वारा सुनी जाएगी ।
उन्होंने जनता को तुरंत राहत देने के लिए यह भी घोषणा कर दी कि 1000 फुट तक के नक्शे 3 दिन में ही पास कर दिए जाएंगे इसके साथ ही कंट्रोल रूम में जितनी भी शिकायतें दर्ज होगी वे भी उन तक पहुंच जाएगी । इन दोनों का घोषणाओं का संबंध सीधे सीधे जनता की परेशानियों से है क्योंकि 1000 फुट तक के नक्शे पास कराने में भी लोगों को नगर निगम के कई चक्कर लगाना पढ़ते थे और अधिकारियों को रिश्वत देना पड़ती थी इसके अलावा कंट्रोल रूम की शिकायतों काफी तत्काल निराकरण नहीं होता था यदि सचमुच इन दोनों घोषणाओं पर सख्ती से अमल हो जाए तो लोगों को बहुत राहत मिलेगी ।