कई महत्वपूर्ण फैसलों पर मुहर लगाने वाला होगा राष्ट्रपति मुर्मू का कार्यकाल – न्यूमरोलॉजिस्ट जे पी तोलानी

Suruchi
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देश के 15वें राष्ट्रपति के नाम से सस्पेंस ख़त्म हो चला है. भारत के अगले राष्ट्रपति के रूप में आदिवासी समाज से आने वाली झारखण्ड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के नाम पर मुहर लग गई है। द्रौपदी मुर्मू की जीत की घोषणा के साथ ही देशभर में जश्न का माहौल देखने को मिल रहा है। वहीं द्रौपदी की जीत से BJP आदिवासी समुदाय सहित पूरे देश और मुख्यरूप से महिला वर्ग में खास संदेश देना चाहती है। इस बीच देश के जाने माने न्यूमरोलॉजिस्ट जी पी तोलानी जी ने भी सरल, सौम्य व जुझारू महिला का प्रतीक कही जा रही राष्ट्रपति मुर्मू के आगामी 5 सालों के भविष्य पर विश्लेषात्मक टिपण्णी करते हुए, उनका एक यादगार कार्यकाल बीतने की घोषणा की है।

जे पी तोलानी जी के मुताबिक, राष्ट्रपति मुर्मू को नंबर 4 की ताकत मिली हुई है, चूंकि उनका डेस्टिनी नंबर 31 यानी 4, नेम नंबर 49 जिसका कुल योग 13 और 1 व 3 को जोड़ने से प्राप्त होता है नंबर 4 है और अंत में उनका फर्स्ट नेम अल्फाबेट (4), उन्हें एक आउट ऑफ बॉक्स थिंकर व साहस से भरपूर शख्शियत के रूप में प्रदर्शित करता है।

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देश की नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए नंबर 4 ने, हमेशा ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, मसलन उन्होंने 1997 में 40 साल की उम्र में राजनीति में प्रवेश किया और एक पार्षद के रूप में चुनी गईं। इसके बाद 1997 (रनिंग एज 40) से 2007 तक वह राजनीति से संबंधित विभिन्न पदों पर रहीं और उनके प्रयासों के कारण उन्हें ओडिशा विधानसभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के रूप में सम्मानित किया गया, जो केवल 49 (4 – जो उसका नाम नंबर भी है) वर्ष की उम्र में नंबर 4 की मदद से ही संभव हो पाया।

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इसके अलावा, फिर मई 2015 में (रनिंग ऐज 58/13/4 के 30 दिन करीब) वह झारखंड की राज्यपाल बनीं। वहीं 2022 में 64/10/1 की उम्र में, उन्हें राष्ट्रपति बनने का प्रस्ताव दिया गया था, यहाँ हमें फिर से 6 और 4 के संयोजन से नंबर 1 बनता दिखा, जो सर्वोच्च शक्ति प्रदान करने के लिए जाना जाता है। उसकी संख्या में 6 और 1 के संयोजन में हैं, इसलिए, उन्हें हमेशा एक सहायक शक्ति मिलती है।

तोलानी जी के अनुसार, वह 2027 में बिना किसी स्वास्थ्य या अन्य चुनौतियों का सामना किए, सफलतापूर्वक अपना कार्यकाल पूरा करने में सफल होंगी, और यह सीधे तौर पर नंबर 1 के साथ नंबर 6 का एक मजबूत संयोजन प्रदान करता है। जे पी तोलानी जी बताते हैं कि उपरोक्त विश्लेषण स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि यदि कोई व्यक्ति कड़ी मेहनत करता है तो नंबर 4 उसे उच्चतम स्तर तक ले जा सकता है।

Source : PR