वाराणसी (Varanasi) का बहुचर्चित ज्ञानवापी मामला फिर सुर्ख़ियों में है। मामले में आज फिर फ़ास्ट ट्रेक (Fast Track) पर सुनवाई होने वाली है। इससे पहले 30 मई को ज्ञानवापी शृंगार गौरी मामले में फ़ास्ट ट्रैक पर सुनवाई हुई थी। जिसके बाद अगली सुनवाई के लिए 8 जुलाई तारीख दी गई थी।
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ज्ञानवापी हिन्दू पक्ष को सौपने का है मामला
ज्ञानवापी मामला काफी पुराना है। हिन्दू पक्ष द्वारा इस संबंध में काफी पुराने समय से याचिका लगा रखी है। जिसमें कमीशन सर्वे के दौरान मिले शिवलिंग की आकृति की तत्काल प्रभाव से प्रतिदिन पूजा प्रारंभ कराने की मांग को लेकर एक और याचिका दाखिल की गई है। इसी याचिका की सुनवाई के लिए 30 मई की सुनवाई के बाद , आज 8 जुलाई को पुनः फ़ास्ट ट्रेक पर सुनवाई होनी है।
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चर्चित रही नंदी की ज्ञानवापी की ओर मुख वाली प्रतिमा
ज्ञानवापी का वह क्षेत्र जिसे अबतक ज्ञानवापी मस्जिद के रूप में जाना जाता है, हिन्दू पक्ष के अनुसार भगवान विश्वनाथ मंदिर के ही मूल स्वरूप का हिस्सा है। काशी में वर्तमान विश्वनाथ मंदिर के बाहर एक नंदी की प्रतिमा काफी चर्चा में रही। नंदी महाराज की उक्त प्रतिमा का मुख ज्ञानवापी की ओर है और हिन्दू मान्यता के अनुसार शिव मंदिर में नंदी की प्रतिमा का मुख सदैव भगवान शिव की तरफ होता है। हिन्दू पक्ष के अनुसार इससे सिद्ध होता है कि ज्ञानवापी कशी विश्वनाथ मंदिर परिसर का ही मूल भाग है। ज्ञानवापी की ओर मुख किए हुए इन नंदी महाराज की प्रतिमा के चित्र और वीडिओ पिछले दिनों काफी चर्चा में रहे और ज्ञानवापी के फैसले को नंदी महाराज के इंतजार से जोड़ कर देखा गया।