MP: मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों से समय-समय पर अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के मामले सामने आते हैं. मामलों को देखते हुए कई बार देखा जाता है किस जिले के कलेक्टर अधिकारी और कर्मचारियों को उनके पद से बर्खास्त करते हैं या फिर कोई अन्य कार्रवाई की जाती है. इसी कड़ी में सागर कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक आर्य की ओर से पंचायत चुनाव में बरती गई लापरवाही के चलते प्रथम चरण में मतदान दल के प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित ना रहने वाले 3 कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी गई है. भोपाल में भी जेपी अस्पताल में हुई लापरवाही के चलते बड़ी कार्रवाई की गई है. इंदौर में भी कलेक्टर मनीष सिंह ने सीमांकन कार्य में लापरवाही किए जाने पर अधिकारी को निलंबित कर दिया है. राजगढ़ कलेक्टर ने भी तीन शासकीय सेवकों को निलंबित कर दिया है.
सागर में संविदा लेखापाल जनपद शिक्षा केंद्र सागर सौरभ जैन, संविदा शिक्षक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मसुरयाई जैसीनगर आलिया नाज और हेमंत रैकवार डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर की सेवा को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है. इसके अलावा शारदा कलासिया नगर पालिका परिषद मकरोनिया, श्रीबाई अहिरवार नगर पालिका परिषद मकरोनिया और नेपाल कोल कार्यालय सहायक नियंत्रक नापतोल विभाग, चंद्रदेव चौबे सहायक शिक्षक प्राथमिक शाला कोलुआ संकुल केंद्र पराश्रीकलां को निलंबित करते हुए 6 विभाग प्रमुखों शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शाहपुर, महिला विद्यालय सागर विकास खंड शिक्षा अधिकारी, शासकीय पॉलिटेक्निक खुरई, मध्य प्रदेश लार्जेस्ट एवं वेयरहाउस सागर और मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी सागर को कारण बताओ नोटिस दिए गए हैं.
भोपाल के जेपी अस्पताल में प्रसूता और गर्भस्थ शिशु की मौत के मामले में कार्रवाई करते हुए स्वास्थ आयुक्त डॉ सुदामा खाड़े ने स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पी कुमार और नर्सिंग अधिकारी डॉ अनामिका पटले को निलंबित किया है. साथ ही स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ श्रद्धा अग्रवाल, डॉ प्रीति डेहरिया और डॉक्टर वंदना ओड़ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने सीमांकन कार्य में लापरवाही के चलते राजस्व निरीक्षक अभय भटूरे को निलंबित करते हुए बताया है कि वरिष्ठ के आदेश की अवहेलना के साथ सीमांकन कार्य में बहुत लापरवाही बरती गई है, जिसके चलते उन्हें निलंबित कर दिया गया है. राजगढ़ कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी हर्ष दीक्षित ने पंचायत चुनाव के दौरान प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने और मतदान दल के प्रशिक्षण में उपस्थित ना होने की वजह से तीन शासकीय सेवक गंगापाट, विनय मेवाड़ा और भृत्य भागीरथ कुंभकार को निलंबित किया है.