दुनियाभर में मुस्लिम समुदाय के लोग फ़्रांस की घटना पर जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और फ्रांसीसी राष्ट्रपति को इस दौरान निशाने पर लिया जा रहा है, हालांकि कई जगह इसकी आड़ में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है. हाल ही में बांग्लादेश में ऐसा ही कुछ नज़ारा देखने को मिला है. भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश के कोमिला जिले में कुछ इस्लामिक कट्टरपंथियों ने हिंदू घरों में तोड़-फोड़ की घटनांओं को अंजाम दिया है. कथित रूप से इस्लाम के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक पोस्ट की और इसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया. कुछ बांग्लादेशियों ने इसके सहारे स्थानीय हिन्दुओं के घरों को निशाना बनाया.
इस मामले में जानकारी देते हुए बांगरा बाजार पुलिस स्टेशन के ऑफिसर-इन-चार्ज कमरूज अमान तालुकदार ने बताया कि धार्मिक भवननों को आहत करने के चलते रविवार को दो लोग गिरफ्तार किए गए थे. एक की पहचान किंडरगार्टन के हेडमास्टर और दूसरे की पहचान अंडीकोट गांव निवासी के रूप में हुई.
कोमिला जिले के डेप्युटी कमिश्नर मोहम्मद फजल मीर घटनास्थल से संबंधित क्षेत्र पहुंचें. इलाके का जाएया लेने के बाद फजल मीर ने स्थिति नियंत्रण में होने की बात कही. साथ ही मीर ने बताया कि इस मामले में जल्द ही आरोपियों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया जाएगा. फिलहाल मामले की जांच-पड़ताल जारी है. इसके पीछे यह भी बताया गया है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की मदद से भी आरोपियों को तलाशा जाएगा.
आपको जानकारी के लिए इस बात से भी अवगत करा दें कि फ़्रांस की घटना को लेकर बांग्लादेश में भी मुस्लिम बड़े पैमाने पर विरोध कर रहे हैं. फ्रांस में मोहम्मद के विवादित कार्टून के बाद से इस मामले की शुरुआत हुई थी. वहीं बाद में फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने सार्वजनिक रूप से मोहम्मद के विवादित कार्टून को जारी किए जाने की बात कही थी और उन्होंने फ़्रांस में एक स्कूली बच्चे द्वारा शिक्षक का क़त्ल किए जाने की घटना को इस्लामिक आतंकी करार दिया था. इसके बाद से लगातार मुस्लिम उनका विरोध कर रहे हैं.