भोपाल। मंत्रालय में आज लॉ एंड ऑर्डर की बैठक रखी गई. इस बैठक में मुख्य सचिव, डीजीपी, एडीजी इंटेलिजेंस ओएसडी योगेश चौधरी सहित कई अधिकारी उपस्थित थे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों और कर्मचारियों को कई महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए.
सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश की शांति किसी भी कीमत पर भंग नहीं होनी चाहिए, बीट सिस्टम को मजबूत बनाया जाए. उन्होंने इंटेलिजेंस सिस्टम को मजबूत करने की बात करते हुए कहा कि इंटेलिजेंस की कार्य योजना मुझे जल्दी बना कर दी जाए. इस दौरान उन्होंने इंटेलिजेंस एडीजी से पूछा कि आप मुझे प्लान कब तक सौंप देंगे? आपकी ड्यूटी है कि प्रदेश में शांति बनी रहे. इसलिए दंगाइयों पर कार्रवाई जारी रखे. सीएम ने कहा कि जिसने भी शासन की जमीन पर कब्जा कर रखा है उसे मुक्त कराएं. अब तक कब्जा मुक्त की जो कार्रवाई की गई है वह बिल्कुल ठीक है. लगभग 21000 एकड़ जमीन मुक्त करा ली गई है, जिला प्रशासन के साथ काम करें. जो जमीन मुक्त कराई जा रही है वह गरीबों को दी जाएगी.
इस दौरान सीएम शिवराज ने कड़े शब्दों में यह आदेश दिया कि अफसरों के यहां जो भी पुलिसकर्मी और शासकीयकर्मी रखे गए हैं, उनकी संख्या कम कर लोगों के उपयोग में लगाया जाए. नियमानुसार जितनी पात्रता है उतने ही लोग अफसरों के यहां काम करेंगे. मुख्यमंत्री ने कड़े शब्दों में कहा कि मैंने सलामी बंद करवाई है, इसलिए अफसरों के घर में गुलामी भी नहीं चलने दूंगा.
सीएम ने हनुमान जयंती के कार्यक्रम और जुलूस अच्छी तरीके से हैंडल करने पर प्रशंसा भी की और कहा कि आने वाले त्यौहार जिनमें परशुराम जयंती और ईद शामिल है यह शांतिपूर्वक संपन्न हो इसलिए मैदान में जुटे रहे. पब्लिक से कनेक्शन बनाकर रखें. जो अधिकारी फील्ड पर नहीं जा रहे हैं उनकी सूची भी सीएम ने मांगी है. इसके साथ ग्राम समितियों का पुनर्गठन करने, शरारती तत्वों की मदद करने वालों पर कार्रवाई करने के आदेश भी सीएम ने दिए.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुझे किसी भी कीमत पर प्रदेश में दंगा नहीं चाहिए. उन्होंने कमीशन नेटवर्क को ध्वस्त करने और जो चल रहा हो वह चलने दो की सोच छोड़कर पवित्र संकल्प लेकर मैदान में काम करने का अधिकारियों को निर्देश दिया.
धार्मिक स्थलों पर सीसीटीवी लगाए जाने की बात पर सीएम ने कहा कि यह एक अच्छा सुझाव है. सीसीटीवी लग जाने से अपराध पर नियंत्रण होगा इसलिए इस सिस्टम को और भी मजबूत किया जाए. इस दौरान सीएम ने पुलिसकर्मियों को इस बात की ट्रेनिंग देने को कहा कि अगर दंगा हो जाए या भीड़ अनियंत्रित हो जाए तो क्या करना चाहिए, इस बारे में पुलिस जवानों को सिखाया जाए. उन्होंने कहा पुलिस प्रशासन को बैठना बिल्कुल भी नहीं है अपराधियों पर लगातार कार्रवाई जारी रखी जाए.