आज सोमवार, चैत्र कृष्ण एकादशी तिथि (Tithi) है।
आज श्रवण नक्षत्र, “आनन्द” नाम संवत् 2078 है
-( उक्त जानकारी उज्जैन के पञ्चाङ्गों के अनुसार है)
-आज पापमोचनी एकादशी व्रत (चारोली) है।
-कल मङ्गलवार को भौम प्रदोष व्रत है।
-2 अप्रैल शनिवार को नव संवत्सर, नववर्ष का उत्साह से स्वागत करें।
-उस दिन सब अपने – अपने नगर के सूर्योदय के समय अथवा सम्पूर्ण भारत में एकरूपता के लिए कालगणना की नगरी उज्जयिनी के मध्योमदय समय प्रातः 6:27 बजे तीर्थ स्थल या पवित्र स्थल पर एकत्रित होकर शंख ध्वनि, ढोल नगाड़े, तुराही, शहनाई, झांझ – घड़ियाल के साथ नववर्ष का अभिनन्दन करें।
-सूर्य को अर्घ्य प्रदान करें और 12 नामों से सूर्य नमस्कार करें।
-वेद में उल्लेखित संवत्सर सूक्त का पाठ करें।
-ध्वज पूजन, कलश पूजन, तीर्थ पूजन, आरती करें। मिश्री या गुड – नीम की पत्ती और प्रसाद का वितरण करें।
-नववर्ष मिलन तथा परस्पर शुभकामनाएं व्यक्त करें।
-विस्मृत होते जा रहे भारतीय नूतन वर्ष का प्रचार – प्रसार करें।
-2 अप्रैल शनिवार से “राक्षस” नाम अनुवत्सर तथा विक्रम संवत् 2079 आरम्भ होगा।
-गुड़ी पड़वा के दिन “राक्षस” नाम संवत्सर उपस्थित रहेगा, इसीलिए पूरे वर्षभर संकल्प इत्यादि में “राक्षस” नाम संवत्सर के नाम का उल्लेख होगा।
-इस बार नूतन वर्ष प्रवेश कर्क लग्न में आरम्भ हो रहा है।