इंदौर : क्लीन सिटी के नाम से पूरी दुनिया में पहचान वाले इंदौर (Indore) शहर में आज प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister PM Modi) ने एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट का वर्चुअल लाकार्पण किया। इस दौरान पीएम ने सपाईकर्मी और प्रशासन की जमकर सरहाना करते हुए उन्हें प्रणाम किया। प्लांट के उद्घाटन के वक्त पीएम मोदी ने अपना एक बचपन का किस्सा भी सुनाया।
पीएम को इंदौर का नाम सुनते इस बात की आती थी याद
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-बात बचपन की है, जब हम छोटे हुआ करते थे तो इंदौर का नाम सुनते ही सबसे पहले देवी अहिल्या बाई होल्कर, महेश्वर और उनके सेवाभाव का ध्यान जरूर आता था। लेकिन अब समय के साथ शहर बदला और देवी अहिल्या की प्रेरणा को खोने नहीं दिया। आज मेरे मन में इंदौर का नाम आते ही सबसे पहले ‘स्वच्छता’ साफ-सफाई याद आ जाती है।
‘इंदौर वासियों शहर के लिए अनोखा प्रेम’
पीएम ने कहा-हमारे देश के शहरों में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं, पवित्र और ऐतिहासिक स्थल मौजूद हैं, लेकिन कमी स्वच्छता की है। आप देखिए, इंदौर को ही बहुत ज्यादा लोग इसलिए ही देखने पहुंचते हैं कि यह स्वच्छता में कैसे शीर्ष पर है। पीएम ने कहा-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी टीम को बधाई देता हूं, जिनके समर्पण से इंदौर ने स्वच्छता और नवाचार के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान स्थापित की है। इंदौर वासियों ने संकल्प से सिद्ध कर दिया कि उन्हें अपने नगर से कितना प्रेम है।
पीएम ने कहा-मुझे इंदौरवासियों पर
प्रधानमंत्री ने कहा-मुझे अत्यंत खुशी है कि मेरे संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देवी अहिल्याबाई जी की प्रतिमा स्थापित की गई है। इंदौरवासी जब काशी जायेंगे, तो उन्हें गर्व और आनंद की अनुभूति होगी। सचमुच कुछ करने और चुनौतियों से निपटने का सीखना हो तो इन इंदौरियों से सीखिए। जहां कभी कचरे के पहाड़ थे, इससे वायु प्रदूषण के साथ संक्रमण का खतरा था, इंदौर वासी परेशान रहते थे। अब यहां ऐसा प्लांट स्थापित है जो इंदौर की हवा शुद्ध करने के साथ ही ऊर्जा भी देगा।