स्कूल शिक्षा विभाग की समेकित छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत शनिवार को पहले चरण में 60 लाख छात्रों को लाभान्वित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मऊगंज जिले में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सिंगल क्लिक के माध्यम से 332 करोड़ रुपये की राशि विद्यार्थियों के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर करेंगे।
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए नियमित शिक्षकों के रिक्त पदों पर अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। शिक्षा विभाग ने निर्देश दिए हैं कि यह प्रक्रिया इसी महीने पूरी कर ली जाए, ताकि शैक्षणिक सत्र में किसी प्रकार की रुकावट न आए।
छात्रवृत्ति योजना:
राज्य में समग्र सामाजिक सुरक्षा मिशन के तहत समेकित छात्रवृत्ति योजना को लागू किया गया है। इसका क्रियान्वयन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा किया जा रहा है। इस योजना के तहत निम्नलिखित विभागों की छात्रवृत्तियां विद्यार्थियों तक पहुंचाई जा रही हैं:
- स्कूल शिक्षा विभाग
- अनुसूचित जाति कल्याण विभाग
- जनजातीय कल्याण विभाग
- विमुक्त, घुमक्कड़ और अर्ध-घुमक्कड़ जनजाति कल्याण विभाग
- पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग
- सामाजिक न्याय विभाग
छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत कुल 20 प्रकार की स्कॉलरशिप विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई जा रही हैं।
ऑनलाइन सिस्टम से छात्रों की पहचान और नामांकन
छात्रवृत्ति वितरण में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए हर विद्यार्थी का नाम समग्र यूनिक आईडी के माध्यम से उसके स्कूल के कोड के साथ जोड़ा गया है। इसके साथ ही कक्षावार और स्कूलवार नामांकन की ऑनलाइन मैपिंग शिक्षा पोर्टल (एनआईसी) के जरिए सुनिश्चित की गई है।
सरकारी और निजी स्कूलों के छात्रों को होगा फायदा
इस योजना के तहत प्रदेश के सरकारी और निजी विद्यालयों में कक्षा 1 से 12वीं तक अध्ययनरत सभी पात्र विद्यार्थियों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। शिक्षा पोर्टल के माध्यम से छात्रवृत्तियां स्वीकृत की जा रही हैं।