नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते देश में नीट-जेईई परीक्षा टाल दी गई थी। जिसके चलते देश-विदेश के विश्वविद्यालयों के 150 शिक्षाविदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी। उन्होंने चिट्टी के जरिये लिखा कि,”इन परीक्षाओं में और देरी हुई तो यह विद्यार्थियों के भविष्य से समझौता होगा। कुछ लोग अपने राजनीतिक एजेंडे के चक्कर में छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं।”
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का सक्रंमण हर रोज एक नया रिकॉर्ड कायम कर रहे है। जिसको मत्तेनजर रखते हुए सितम्बर में इन परीक्षाओं के आयोजन के खिलाफ विरोध करते हुए शिक्षाविदों ने पत्र में लिखा कि,”कुछ लोग अपने राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए छात्रों के भविष्य के साथ खेलने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने लिखा कि,”युवा और छात्र देश के भविष्य हैं, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण, उनके करियर पर अनिश्चितताओं के बादल छा गए हैं।”
उल्लेखनीय है कि कोरोना के लगातार बढ़ते संक्रमण के चलते अभी परीक्षाओं का आयोजन करने खतरे से खली नहीं है। पुरे देश में बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सरकार हर संभव कार्य कर रही है।