वैशाली प्रदीप पारीख के अंगदान के लिए इंदौर में 52वां ग्रीन कॉरिडोर बनने की संभावना

Share on:

इंदौर के मेदांता हॉस्पिटल में सीवियर ब्रेन हेमरेज के कारण उपचार वेंकटेश नगर इंदौर निवासी  वैशाली प्रदीप पारीख के परिजनों को चिकित्सक डॉ वरुण जी कटारिया के संभावित ब्रेन डेथ की सूचना के उपरांत परिवार ने अंगदान हेतु इच्छा जताई। मुस्कान ग्रुप के सेवादारों द्वारा प्राथमिक काउंसलिंग के उपरांत अंगदान की दिशा में तैयारियां प्रारंभ की गई। चार चिकित्सक दलों की ब्रेन डेथ सर्टिफिकेशन कमेटी ने विधान पूर्वक रोगी का ब्रेन डेथ प्रमाणित किया।

आज संभवतः दोपहर 5:00 बजे मेदांता हॉस्पिटल से शेल्बी हॉस्पिटल एवं चोइथराम हॉस्पिटल के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनने की संभावना है। समय में परिवर्तन किया जा सकता है जिसकी आधिकारिक सूचना शीघ्र ही जारी की जाएगी। वैशाली  की एक किडनी मेदांता हॉस्पिटल में पंजीकृत महिला रोगी को प्रत्यारोपित की जा रही है, दूसरी किडनी शेल्बी हॉस्पिटल में उपचार रोगी एवं लीवर चोईथराम हॉस्पिटल के पंजीकृत रोगी को प्रत्यारोपित की जायेगी।

इंदौर के सांसद शंकर  लालवानी एवं संभाग आयुक्त  मालसिंह जी की सतत मॉनिटरिंग में इंदौर समिति का सोसाइटी फॉर ऑर्गन डोनेशन के सचिव डॉ संजय जी दीक्षित एवं नोडल ऑफिसर डॉ मनीष पुरोहित के समन्वय में इंदौर एक बार फिर परोपकार की राह पर अग्रसर है।

अंगदान के इस कार्य में  वैशाली  के पुत्र शुभम पति  प्रदीप जी पारीख एवं बहनोई  मनीष जी नागर ने महती भूमिका निभाई। डॉ संजय गीद,डॉ अक्षय खारीवार,डॉ ज्योति वाधवानी,डा सी पी शर्मा एवं अन्य साथी दलों के द्वारा चिकित्सा सेवाएं प्राप्त हुई।