उत्तर प्रदेश सरकार की तमाम तरह की सतर्कता के बाद भी लगातार बढ़ते डेंगू के मामलों पर अब केन्द्र सरकार ने चिंता जताने के साथ ही मोर्चा भी संभाला है। उत्तर प्रदेश में एक हफ्ते तक लगातार वर्षा के कारण वर्षा जनित अन्य बीमारी के साथ डेंगू ने काफी कहर बरपाया है। प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के इसको लेकर गंभीर होने के बाद भी डेंगू बुखार के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं।
इसी के मद्देनजर योगी सरकार ने बुधवार को सभी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियां निरस्त कर दी हैं। प्रदेश में अब तक डेंगू के मरीजों की संख्या 3,000 के पार पहुंच गई है। आने वाले दिनों में ये संख्या और बढ़ सकती है। इससे बचने के लिए प्रदेश में सभी उपाय किए जा रहे हैं और अस्पतालों की व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने पर काम हो रहा है।
राज्य में अब तक 3000 से अधिक बच्चों को हुआ डेंगू
राज्य के अस्पतालों में अब तक 3,000 से अधिक बच्चों और लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। इस महीने की शुरुआत में विशेषज्ञों ने आने वाले दिनों में डेंगू के मामलों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई थी। इस साल जनवरी से सितंबर के बीच राज्य में डेंगू के 2,103 मामले सामने आए थे। इस बीच, दिल्ली में 6 से 12 अक्टूबर के बीच डेंगू के 314 मामले दर्ज किए गए, जिनकी वार्षिक संख्या 1,572 है।
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जिलों में जांच टीम करेगी निरीक्षण
उत्तर प्रदेश में डेंगू बुखार के लगातार बढ़ने की स्थिति पर केन्द्र सरकार चिंतित है। जिसको लेकर सरकार ने मेडिकल टीमों का गठन किया है, यह टीम डेंगू प्रभावित जिलों फिरोजाबाद, आगरा तथा इटावा पहले हालात का जायजा लेगी। यह टीम डेंगू बुखार के बढ़नेके कारण तलाशने के साथ ही कम समय में ही उसके निवारण का भी इंतजाम करेगी।