नई दिल्ली: देश में पिछले कई महीनों से केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के लिए विरोध प्रदर्शन चल रहा है, दिल्ली की सीमाओं पर पंजाब और हरियाणा समेत अन्य राज्यों के किसानों ने अपना प्रदर्शन पिछले वर्ष से कर रहे है, सरकार के इस नए कृषि कानून के विरोध में जारी इस किसान अंदोलन के सबसे बड़े नेता राकेश टिकैत है जो कि किसान मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी है।
यूपी चुनाव को लेकर तैयार की रणनीति-
आज गुरुवार को किसान नेता राकेश टिकैत ने हरियाणा के जींद के उझाना गांव में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जो भी पार्टी अपने घोषणा पत्र में तीनों नए कृषि कानूनों को सही ठहराएगी, किसान उसका सूपड़ा साफ करने का काम करेंगे, साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव से भी बुरा हाल भाजपा का विधानसभा चुनाव में होगा और इसके लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने रणनीति तैयार कर ली है।
2024 तक जारी रहेगा किसान आंदोलन:
आगे कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ‘जहां तक आंदोलन की सफलता की बात रही तो किसान सफल होने तक आंदोलन करेंगे, लेकिन हमें विश्वास है कि 2024 के बाद किसान आंदोलन नहीं करेंगे, क्योंकि तब तक तीनों कृषि कानून रद्द हो जाएंगे और कृषि उपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी पर कानून बन जाएगा।’
बता दें कि कृषि कानून को लेकर ही उझाना गांव में पिछले कुछ दिनों से एक किसान ने आग का घेरा बनाकर प्रदर्शन कर रहा है, जिससे मिलने खुद संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य उझाना गांव में पहुंचे थे। और यही पर किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रदर्शनकारियों से संबोधन के दौरान कहा कि ‘हमें चुनाव के दौरान अपनी ताकत दिखानी होगी क्योंकि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड सहित कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं” इसके अलावा उन्होंने किसान आंदोलन से संबधित और भी कई बाते कही है।