Madhya Pradesh: जेसीबी (JCB) एक ऐसी मशीन हो जो की ज्यादातर खुदाई और तोड़फोड़ के लिए उपयोग में ली जाती है, लेकिन क्या हो अगर आपको मालूम पड़े की जेसीबी मिटटी की जगह अब खीर निकलने के काम आ रही है तो ? आपको भी सुन क्र आश्चर्य के साथ हसी आ रही होगी पर ऐसा नमूना देखने को भारत के अलावा दुनिया में कहीं नहीं मिल सकता है. भिंड जिले के भगवाधारी संत राम भूषण दास महाराज लाखों लोगों के लिए प्रतिदिन बनाए जाने वाले प्रसाद के लिए जेसीबी और मिक्सर मशीन उपयोग कर रहे हैं.
एक लाख से अधिक लोगों के लिए रोज बनता है भोजन
हम बात कर रहे है भिंड जिले के खनेता गांव स्थित विजय राम धाम रघुनाथ मंदिर पर चल रहे सनातन धर्म महासम्मेलन कार्यक्रम में जहां एक और देश के चारों मठों के पीठाधीश्वर शंकराचार्य और देश के कोने-कोने से सनातन धर्म के प्रकांड विद्वान पहुंचकर सनातन धर्म के गूढ़ रहस्यों से धर्म प्रेमियों को परिचित करवा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रतिदिन एक लाख से अधिक धर्म प्रेमी लोग पहुंच रहे हैं. जिनके लिए भंडारा प्रसादी बनाने के लिए बड़ी-बड़ी मशीनों का उपयोग हो रहा है. जिनको देखकर लोग आश्चर्य से भर जाते है .
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7 दिन तक जारी रहेगा कार्यक्रम
भिंड जिले के गोहद तहसील के अंतर्गत आने वाले खनेता स्थित विजयराम धाम रघुनाथ मंदिर पर प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी सनातन धर्म महा समागम का सात दिवसीय आयोजन 30 जनवरी से 6 फरवरी तक किया जा रहा है. कार्यक्रम में देशभर के चारों मठों के पीठाधीश्वर शंकराचार्य के अलावा 3 दर्जन से अधिक जगतगुरु संत महापुरुषों के प्रवचन भी हो रहे हैं. इन संतों के आशीर्वचन सुनने के लिए आसपास के अंचल के जिलों के अलावा पड़ोसी राज्यों के भी धर्म प्रेमी श्रद्धालु लाखों की तादाद में पहुंच रहे हैं.
सब्जी और खीर निकालने के लिए हो रहा जेसीबी मशीन का उपयोग
रघुनाथ मंदिर महंत राम भूषण दास जी ने बताया कि इन सभी श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी के लिए प्रतिदिन एक लाख से अधिक लोगों के लिए भोजन व्यवस्था की जा रही है. जिसके लिए बड़ी-बड़ी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है. यहां सब्जी बनाने के लिए बड़े-बड़े कड़ाहे मंगाए गए हैं तो उन्हीं कड़ाहों में से सब्जी और खीर निकालने के लिए जेसीबी मशीन का उपयोग किया जा रहा है. खीर बनाने के लिए प्रतिदिन सात हजार लीटर दूध से भरा हुआ टैंकर पहुंच रहा है. मालपुआ का घोल बनाने के लिए मिक्सर मशीन का उपयोग किया जा रहा है. पूरी बनाने के लिए आटा गूंदने की एक बड़ी मशीन मंगाई गई है. सभी सामानों को भरने के लिए 50 से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉली लगाए गए हैं. जिन में भरकर सामान रसोई घर से पंगत के सेक्टरों तक पहुंचाया जा रहा है. इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए 100 बीघा से अधिक जमीन का उपयोग किया गया है.
500 से अधिक हलवाई लगे है भोजन प्रसादी बनाने में
वही खाना बनाने के लिए 500 से अधिक हलवाई लगातार कार्य कर रहे हैं. 40 से अधिक भट्टियों पर पूरी, मालपुआ, खीर, बूंदी और सब्जी बनाई जा रही है. धर्म प्रेमी श्रद्धालुओं को भोजन खिलाने के लिए भोजन शाला में 7 सेक्टरों का निर्माण किया गया है. जिसके लिए प्रत्येक सेक्टर में 2 सौ से अधिक सेवक भोजन प्रसादी परोसने का लगातार कार्य कर रहे हैं. सब्जी बनाने के लिए प्रतिदिन 70 से 80 क्विंटल आलू गलाए जाते हैं. मालपुआ और पूरी बनाने के लिए के लिए 70 से 80 क्विंटल आटा लगता है. खीर के लिए 4000 लीटर से अधिक दूध, 6 क्विंटल चावल और 50 क्विंटल से अधिक ड्राई फ्रूट का उपयोग किया जाता है. खीर और बूंदी के लिए प्रति दिन 50 क्विंटल शक्कर का उपयोग हो रहा है. सात दिनों में 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है.
भगवत कथा, श्री राम महायज्ञ, शतचंडी यज्ञ जैसे कई आयोजन हो रहे
इस सात दिवसीय सनातन धर्म महा समागम में भगवत कथा अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आनंद धाम वृंदावन के स्वामी श्री श्रवणानंद सरस्वती महाराज द्वारा सुनाई जा रही है. भगवत कथा 11 बजे से 2 बजे तक होती है. कार्यक्रम में श्री राम महायज्ञ, शतचंडी यज्ञ और कई कार्यक्रम भी किए जा रहे हैं 2 बजे से 5 तक आगंतुक विशिष्ठ विद्वान महापुरुषों के प्रवचन होते हैं. वृंदावन धाम के धार्मिक कलाकारों की ओर से रात रासलीला का भी आयोजन किया जा रहा है.
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