उमा भारती (Uma Bharti) का हाल ही में बड़ा बयान सामने आया है। इस बयान में उन्होंने तीनों कृषि क़ानूनों (farm law) की वापसी को लेकर कुछ बात कही है। उन्होंने कहा है कि मैं पिछले 4 दिनों से वाराणसी में गंगा किनारे हूँ। दिनांक 19 नवम्बर 2021 को हमारे प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) जी ने जब तीनों कृषि क़ानूनों की वापसी की घोषणा की तो मैं अवाक रह गई इसलिए 3 दिन बाद प्रतिक्रिया दे रही हूँ।
माननीय प्रधानमंत्री ने कानूनो के वापसी करते समय जो कहा वह मेरे जैसे लोगों को बहुत व्यथित कर गया। अगर कृषि क़ानूनों की महत्ता प्रधानमंत्री जी किसानों को नही समझा पाए तो उसमें हम सब भाजपा के कार्यकर्ताओं की कमी हैं। हम क्यूँ नही किसानों से ठीक से सम्पर्क एवं संवाद कर सके। मोदी जी बहुत गहरी सोच एवं समस्या के जड़ को समझने वाले प्रधानमंत्री हैं। जो समस्या की जड़ समझता हैं वह समाधान भी पूर्णतः से करता हैं।
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भारत की जनता एवं मोदी जी का आपस का समन्वय, विश्व के राजनीतिक, लोकतांत्रिक इतिहास में अभूतपूर्व हैं। कृषि क़ानूनों के सम्बन्ध में विपक्ष के निरन्तर दुष्प्रचार का सामना हम नही कर सके। इसी कारण से उस दिन प्रधानमंत्री जी के सम्बोधन से मैं बहुत व्यथित हो रही थी। मेरे नेता माननीय मोदी जी ने तो क़ानूनों को वापस लेते हुए भी अपनी महानता स्थापित की। हमारे देश का ऐसा अनोखा नेता युग युग जीये, सफल रहे यही मैं बाबा विश्वनाथ एवं माँ गंगा से प्रार्थना करती हूँ।