Udaipur Murder Case: उदयपुर हत्याकांड को लेकर देशभर में आक्रोश देखा जा रहा है. हत्यारों के तार पाकिस्तान से जुड़े होने की बात सामने आने के बाद अब पाकिस्तान की ओर से बयान सामने आया है. पाकिस्तान ने मीडिया रिपोर्ट को लेकर अपनी सफाई पेश करते हुए इन आरोपों का खंडन किया है. बता दें कि पाकिस्तानी संगठन दावत-ए-इस्लामी को उदयपुर की घटना से जोड़कर देखा जा रहा है. जिसके चलते पाकिस्तान ने अब अपना पक्ष रखा है.
28 जून को राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की दिनदहाड़े दो हत्यारों ने गला रेत कर हत्या कर दी थी. कन्हैयालाल ने नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट किया था जिसके चलते मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद ने इस घटना को अंजाम दिया था. हत्यारे पुलिस के चंगुल में आ गए हैं और उन्हें गिरफ्तार किया जा चुका है.
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आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद जांच पड़ताल में यह सामने आया इनके तार पाकिस्तानी संगठन दावत-ए-इस्लामी से जुड़े हैं. बता दें कि 1981 में दावत-ए-इस्लामी का गठन मौलाना इलियास अत्तारी ने पाकिस्तान के कराची में किया था. 194 देशों में इसका नेटवर्क फैला हुआ है. इससे जुड़े लोग अपने नाम के साथ अत्तारी लगाते हैं. उदयपुर की घटना में शामिल आरोपी मोहम्मद रियाज भी अपने नाम के साथ अत्तारी लगाता है.
बता दें कि भारत के दिल्ली और मुंबई में इस संगठन का हेड क्वार्टर भी है. 1989 में एक प्रतिनिधिमंडल भारत आया था जिसके बाद।दावत-ए-इस्लामी संगठन को लेकर यहां चर्चा शुरू हुई और इसकी शुरुआत की गई. सैयद आरिफ अली अत्तारी भारत में इसके विस्तार का काम कर रहें हैं. बता दें कि 90 के दशक में हाफिज अनीस अत्तारी ने अपने 17 साथियों के साथ मिलकर यह बातचीत की और कहा कि जब तबलीगी जमात के लोग काफिला लेकर चल सकते हैं, तो हम क्यों नहीं. तब से यह सिलसिला शुरू हुआ है.
हत्यारों के तार पाकिस्तान से जुड़े होने की बात पर इस्लामाबाद की ओर से बयान जारी किया गया है. इस बयान में कहा गया है कि हमने उदयपुर में हुई हत्या के बारे में सुना है मामले की जांच से जुड़ी एक रिपोर्ट भारतीय मीडिया पर देखी है जिसमें आरोपियों को पाकिस्तान के संगठन से जोड़ा जा रहा है. हम इन आरोपों को खारिज करते हैं. हालांकि इस दौरान पाकिस्तान ने दावत-ए-इस्लामी का नाम कहीं भी नहीं लिया है. लेकिन पाकिस्तान की ओर से जिस तरह का बयान सामने आया है उसमें भाजपा, आरएसएस और हिंदुत्व पर निशाना साधा गया है.