
इंदौर स्थित एमजीएम मेडिकल कॉलेज से जुड़े सभी मेडिकल होस्टलों की व्यवस्थाओं में सुधार लाने के उद्देश्य से व्यापक परिवर्तन किए गए हैं। इस क्रम में सभी 16 होस्टलों के मुख्य और सहायक वार्डनों को बदल दिया गया है।
असल में, होस्टलों में एमबीबीएस और पीजी छात्र निवास करते हैं, लेकिन अव्यवस्थित व्यवस्थाओं के चलते वे लंबे समय से परेशान थे। छात्रों को शिकायत दर्ज कराने का उपयुक्त माध्यम नहीं मिल पाता था, जिससे उनकी समस्याएं बनी रहती थीं। प्रमुख मुद्दों में साफ-सफाई, सुरक्षा, मूलभूत सुविधाओं की कमी और अनुशासनहीनता शामिल रही।

व्यवस्था सुधारने के लिए डीन की पहल
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने शिकायतों के त्वरित समाधान और व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से विभिन्न ब्लॉकों में नए वार्डनों की नियुक्ति की है। इसके तहत सभी मुख्य और सहायक वार्डनों को बदला गया है। सभी नव-नियुक्त वार्डनों ने तत्काल प्रभाव से अपना कार्यभार संभाल लिया है।
दो दिन में व्यवस्था में सुधारने के निर्देश
डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने सभी वार्डनों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि छात्र-छात्राओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए वे नियमित रूप से विद्यार्थियों से संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करें। सभी होस्टलों में पानी और बिजली से जुड़ी दिक्कतों को प्राथमिकता देते हुए दो दिनों के भीतर पूरी तरह दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, बेहतर रोशनी व्यवस्था के लिए नई ट्यूब लाइट्स, एलईडी बल्ब और सीएफएल लाइटें लगवाई जा रही हैं, ताकि छात्रों को किसी तरह की कठिनाई न हो।