वृक्ष बैठे हुए संत होते हैं और संत चलते हुए वृक्ष होते हैं- उप मुख्यमंत्री

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गुप्त नवरात्रि के पहले दिन पितृ पर्वत से साधु-संतों के सानिध्य में उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव एवं महामंडलेश्वर स्वामी द्वारा वृक्षारोपण का शुभारंभ किया गया।

इस अवसर पर क्षेत्र वाल्मिकी धाम पीठाधीश्वर एवं राज्यसभा सदस्य बाल योगी उमेश नाथ महाराज, महामंडलेश्वर अरुण स्वामी महाराज, मां कनकेश्वरी देवी, पद्मश्री जनक पल्टा, विधायक रमेश मेंदोला तथा बड़ी संख्या में संत समाज एवं नागरिकगण उपस्थित थे। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा पितृ पर्वत पर वृक्षारोपण किया गया।

उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि प्रदेश में वृहद स्तर के वृक्षारोपण अभियान में इंदौर शहर भी 51 लाख से अधिक वृक्षारोपण करने जा रहा है। विश्व व्यापी समस्या ग्लोबल वार्मिंग है और इस समस्या के निपटान के लिए आवश्यक है कि हम अधिक से अधिक पौधे लगाएं।

इसी क्रम में मध्य प्रदेश के सभी जिलों, नगर, गांव में वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि वृक्ष बैठे हुए संत होते हैं और संत चलते हुए वृक्ष होते हैं। आज बहुत ही अच्छा संयोग है कि संतजनों की उपस्थिति में धरती मां के शृंगार में वृक्षारोपण अभियान शुरू हुआ है, इंदौर ने इसे जन आंदोलन बनाया है।

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी द्वारा देश में एक पेड़ मां के नाम अभियान के क्रम में इंदौर शहर में आज से 51 लाख वृक्षारोपण अभियान प्रारंभ किया गया है। हमने पितृ पर्वत पर तीन लाख पौधों का रोपण किया और आज वह जीवित अवस्था में है, जिससे यहां का तापमान भी कम हुआ है। इंदौर को पर्यावरण में नंबर वन बनाने एवं तापमान की कमी के लिए हमारे द्वारा 51 लाख वृक्षारोपण अभियान का संकल्प लिया गया है।

इस अभियान के क्रम में आज से लेकर 14 जुलाई तक वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया जाएगा। उक्त अभियान के क्रम में 14 जुलाई को रेवती रेंज में एक साथ 11 लाख वृक्षारोपण किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि देश में ग्लोबल वार्मिंग को दृष्टिगत रखते हुए हमारे द्वारा यह संकल्प लिया गया है और इंदौर शहर के तापमान को चार से पांच डिग्री कम करने के लिए प्रतिवर्ष 51 लाख वृक्षारोपण के लिए हम सभी प्रतिबद्ध है।

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि हमारा सभी का सौभाग्य है कि आज पितृ पर्वत पर इतने संत महात्माओं ने चरण रखे हैं। उन्होंने कहा कि संकल्प से ही सिद्धि प्राप्त होती है और यह संकल्प का परिणाम है कि इस बंजर भूमि पर 3 लाख से अधिक पौधे जीवित है। इसी संकल्प को आगे बढ़ाते हुए इंदौर को पर्यावरण संरक्षण में नंबर वन बनाने के उद्देश्य से इंदौर में 51 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा।

महापौर भार्गव ने कहा कि हम आने वाले पीढ़ी को कांक्रीट की जगह हरियाली दें और इंदौर के भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाए और इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें।

क्षेत्र वाल्मिकी धाम पीठाधीश्वर एवं राज्यसभा सदस्य बाली उमेश नाथ जी महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री के एक पेड़ मां के नाम अभियान के क्रम में इंदौर शहर ने जो संकल्प लिया है और इस संकल्प की शुरुआत पितृरेश्वर महादेव से संत समाज के सानिध्य में की गई है।

हम सभी संकल्प लें कि सभी लोग पौधे लगाएं और उसके संरक्षण का भी ध्यान रखें और प्रतिदिन उसमें जल अर्पण करें। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक है कि हम वनों का निर्माण करें और परिवार का प्रत्येक सदस्य पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधा जरूर लगाएं।