मुंगेर विश्वविद्यालय के कर्मचारियों पर गिरी गाज, सरकार ने लिखा टीएमबीयू के रजिस्ट्रार को पत्र, कही ये बात…

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भागलपुर (बिहार): मुंगेर विश्वविद्यालय व टीएमबीयू के करीब 93 कर्मचारियों को हटाने के निर्देश दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि कई शिक्षक और कर्मचारी सेवा में रहते हुए अनियमित ढंग से वेतन ले रहे हैं। ऐसे में कर्मचारियों एवं शिक्षकों की सेवा अवैध व अनियमित बताते हुए उन्हें हटाने के निर्देश दिए गए हैं।

इस पूरे मामले में विश्वविद्यालय के अधिकारी का कहना है कि चौथे चरण के कॉलेजों के शिक्षक इस पूरे मामले में पूर्व से ही कोर्ट की शरण में है। लेकिन सरकार के निर्देश पर करीब 26 शिक्षक एवं 67 कर्मचारी इससे प्रभावित होंगे। आपको बता दें कि 1980 में चतुर्थ चरण के करीब 6 कॉलेज सामने आए हैं। जिनमें 5 कॉलेजों के शिक्षकों व कर्मचारियों का मामला अभी चर्चाओं में बना हुआ है। उस समय मुंगेर विश्वविद्यालय भी टीएमबीयू में ही शामिल था और उन कॉलेजों में शिक्षकों व कर्मचारियों की नियुक्ति व सेवा सामंजन की प्रक्रिया टीएमबीयू में ही हुई थी।

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दरअसल पूरा मामला इस प्रकार है, सरकार के द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि चौथे चरण के टीएमबीयू व मुंगेर के करीब 5 कॉलेज में कई तरह की गड़बड़ी सामने आ रही है। टीएमबीयू के वेतन व पेंशन पुनरीक्षण से अतिरिक्त व्यय भार समीक्षा करते हुए विश्वविद्यालय से दोनों आयोग की रिपोर्ट के आधार पर अंतर्लीन किए गए शिक्षक व कर्मचारियों की संख्या भी तय है। लेकिन बताया गया कि कई कर्मचारी सेवा में रहते हूए अनियमित ढंग से वेतन ले रहे हैं।