नई दिल्ली: ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड के फाइनल में भारत और रूस को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया गया है। दरअसल, इंटरनेट कनेक्शन में कमी के कारण भारत और रूस को संयुक्त रूप से विजेता चुना गया है। भारत ने रविवार को शतरंज ओलंपियाड में इतिहास रच दिया। ऑनलाइन हुए शतरंज ओलंपियाड में भारत पहली बार विजेता बना है।
🇷🇺 Russia and India 🇮🇳 are co-champions of the first-ever FIDE Online #ChessOlympiad.
Tournament's website: https://t.co/bIcj0hRMek#chess #IndianChess #шахматы pic.twitter.com/gP4sULP2kr
— International Chess Federation (@FIDE_chess) August 30, 2020
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खिलाड़ियों को बधाई दी। शतरंज टीम को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने लिखा, “फिडे ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड जीतने के लिए हमारे शतरंज खिलाड़ियों को बधाई। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण सराहनीय है। उनकी सफलता निश्चित रूप से अन्य शतरंज खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी। मैं रूसी टीम को भी बधाई देना चाहूंगा।”
Congratulations to our chess players for winning the FIDE Online #ChessOlympiad. Their hard work and dedication are admirable. Their success will surely motivate other chess players. I would like to congratulate the Russian team as well.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 30, 2020
दरअसल, रूस के खिलाफ खेला जा रहा फाइनल मुकाबला इंटरनेट कनेक्शन टूटने के बाद पूरा नहीं हो सका, जिसके कारण भारत और रूस को संयुक्त रूप से विजेता चुना गया। यह पहली बार है जब FIDE, अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ, ने ऑनलाइन प्रारूप में ओलंपियाड का आयोजन करवाया है।
इस दौरान भारतीय टीम में कप्तान विदित गुजराती, पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद, कोनेरू हंपी, डी हरिका, आर प्राग्गनानंद, पी हरिकृष्णा, निहाल सरीन और दिव्या देशमुख द्वारा फाइनल मुकाबले में रूस के खिलाफ देश का प्रतिनिधित्व किया गया।
हंपी ने जीत पर कहा, ‘‘यह थोड़ा अजीब रहा कि हमें सर्वर की नाकामी के कारण हार का सामना करना पड़ा तथा हमारी अपील स्वीकार की गयी। मैं यही कह सकती हूं कि हमने आखिर तक हार नहीं मानी। ’’