Zimbabwe’s Historic Test Win 2025: Historic Win for Zimbabwe as Muzarabani Bags 9 Wickets After 7 Year Drought : जिम्बाब्वे ने क्रिकेट जगत में सनसनी मचा दी है। उसने सिलहट में बांग्लादेश को पहले टेस्ट में 3 विकेट से हराकर 7 साल बाद विदेशी धरती पर टेस्ट जीत हासिल की। Zimbabwe’s Historic Test Win 2025 में तेज गेंदबाज ब्लेसिंग मुजराबानी ने 9 विकेट लेकर जीत के सूत्रधार की भूमिका निभाई। यह जिम्बाब्वे की बांग्लादेश में तीसरी टेस्ट जीत और 2021 के बाद पहली विदेशी जीत है। आइए, Zimbabwe’s Historic Test Win 2025 के प्रमुख आकर्षण देखें।
Zimbabwe’s Historic Test Win 2025: मुजराबानी का गेंदबाजी तूफान
मुजराबानी ने मैच में 9/112 के आंकड़े दर्ज किए, जिसमें दूसरी पारी में 6/72 शामिल हैं। उन्होंने नजमुल होसैन शांतो (60), जाकर अली (58), और मेहदी हसन मिराज को आउट कर बांग्लादेश की पारी को 255 पर समेटा। मुजराबानी का जादू, जिम्बाब्वे की ऐतिहासिक जीत। उनकी गति और उछाल ने सिलहट की पिच पर कहर बरपाया, जिसने उन्हें हीथ स्ट्रीक के साथ जिम्बाब्वे के लिए सबसे तेज 50 टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड दिलाया।

बटलर और बेनेट की जोरदार बल्लेबाजी
जिम्बाब्वे ने पहली पारी में 273 रन बनाए, जिसमें ब्रायन बेनेट (57) और सीन विलियम्स (59) की अर्धशतकीय पारियां शामिल थीं। बांग्लादेश ने पहली पारी में 191 रन बनाए, जिसमें मोमिनुल हक (56) टॉप स्कोरर रहे। दूसरी पारी में बांग्लादेश के 255 रनों के जवाब में जिम्बाब्वे ने 174 रनों का लक्ष्य 3 विकेट शेष रहते हासिल किया। बेनेट की दोनों पारियों में अर्धशतक और वेस्ली मधेवेरे-रिचर्ड नगारावा की नाबाद साझेदारी ने जीत सुनिश्चित की। यह जिम्बाब्वे का टेस्ट इतिहास में सबसे बड़ा चौथी पारी का लक्ष्य था।
BAN vs ZIM मैच का रोमांच
मैच में उतार-चढ़ाव की कमी नहीं थी। बांग्लादेश के मेहदी हसन मिराज ने 10 विकेट लिए, जिसमें दूसरी पारी में 5 विकेट शामिल थे। लेकिन मुजराबानी की आग उगलती गेंदों ने बांग्लादेश को घुटने टेकने पर मजबूर किया। X पर @tonde_machi ने पोस्ट किया, “मुजराबानी मैन ऑफ द मैच, बांग्लादेश की दूसरी पारी में उनके विकेट गेम-चेंजर।” कप्तान क्रेग एर्विन ने कहा, “मुजराबानी ने हमें शुरुआती सफलता दिलाई, जिसने दबाव बनाए रखा।”
Zimbabwe’s Historic Test Win 2025 ने जिम्बाब्वे क्रिकेट को नई उम्मीद दी है। यह जीत उनकी 2018 की सिलहट जीत की याद दिलाती है। मुजराबानी की गेंदबाजी और बेनेट की बल्लेबाजी ने साबित किया कि जिम्बाब्वे अब कमजोर नहीं है। अगला टेस्ट चट्टोग्राम में 28 अप्रैल से शुरू होगा, जहां बांग्लादेश वापसी की कोशिश करेगा। क्या जिम्बाब्वे अपनी लय बरकरार रखेगा? यह देखना रोमांचक होगा।