भारत में फिर बढ़ी स्पैम दरें, इस रिपोर्ट में हुआ खुलासा

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बैंगलुरू : ट्रूकॉलर ने अपनी वार्षिक ग्लोबल स्पैम रिपोर्ट का पाँचवां संस्करण प्रस्तुत किया है। इस रिपोर्ट में विस्तार से एक वैश्विक अध्ययन किया गया है कि स्पैम व स्कैम कॉल हमें किस प्रकार प्रभावित करती हैं। पिछले सालों की तरह ही इस बार भी इस रिपोर्ट में 2021 में स्पैम कॉल्स से प्रभावित शीर्ष 20 देशों को सूचीबद्ध किया गया है।

ट्रूकॉलर के ऑफिशियल ब्लॉग पर जाकर इस रिपोर्ट को कोई भी पढ़ सकता है। एक तरफ लोग महामारी से संघर्ष कर रहे हैं और देशों में दूसरे राउंड का लॉकडाऊन चल रहा है, तो दूसरी तरफ इस साल की रिपोर्ट में सामने आया है कि महामारी ने पूरी दुनिया में न केवल संचार के तरीके में परिवर्तन लाया है, बल्कि स्पैम के तरीके भी बदल दिए हैं।

इस साल ट्रूकॉलर ने दुनिया में हमारे 300 मिलियन यूज़र्स को 37.8 बिलियन स्पैम कॉल्स को पहचानकर ब्लॉक करने में मदद की। इस रिपोर्ट में पिछले साल स्पैम और स्कैम के महत्वपूर्ण रूझानों का परीक्षण किया गया, कुछ महत्वपूर्ण नंबरों व मौजूदा परिदृश्य पर रोशनी डाली गई तथा 2022 में क्या अपेक्षित है, इस बारे में बताया गया।

ब्राजील दुनिया में देश के सर्वाधिक स्पैम वाले देशों में सबसे ऊपर बना हुआ है (लगातार चौथे साल)। यहां पर प्रति यूज़र हर माह 32.9 स्पैम कॉल्स की जाती हैं। जब प्रति माह प्रति यूज़र इनकमिंग स्पैम कॉल्स बनाम मैसेजेस की औसत संख्या की तुलना की जाती है, तो रैंकिंग्स बहुत अलग आती हैं। इस सूची में कैमेरूप शीर्ष पर है, जिसके बाद सोमालिया, तंजानिया, काँगो, बुर्किना फासो, आईवरी कॉस्ट और बेनिन का स्थान आता है।

दक्षिण अफ्रीका दुनिया में सबसे ज्यादा स्पैम वाले देशों में से एक है। यह 2017 में पाँचवें स्थान पर, 2018 में चौथे स्थान पर, और 2019 में छठवें स्थान पर रहा। कॉल्स के लिए अमेरिका 2020 में दूसरे स्थान से नीचे गिरकर 2021 में बीसवें स्थान पर पहुंच गया, यानि शीर्ष 20 देशों की सूची से लगभग बाहर।