चंडीगढ़। पंजाब में वारिस पंजाब दे के चीफ अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों पर पुलिस का एक्शन जारी है। अमृताल सिंह का अभी तक कोई पता नहीं चला है। अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए कई जिलों में छापेमारी की गई है। कई जिलों में धारा 144 भी लागू है। रविवार की देर रात को अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह और उसके ड्राइवर ने पंजाब पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, अमृतपाल मामले में दुनिया भर के अलग-अलग देशों से पंजाब में अस्थिरता बनाने के लिए माहौल खराब किया जा रहा है। पंजाब में इंटरनेट सेवाओं पर बैन को मंगलवार तक के लिए बढ़ा दिया गया है। सरकार ने अमृतपाल सिंह मामले में किसी भी अफवाह को फैलने से रोकने के लिए यह कदम उठाया है।
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अमृतपाल सिंह को आखिरी बार शनिवार को जालंधर में देखा गया था। जब वो पुलिस को चकमा देकर भाग निकलने में सफल रहा। पुलिस को अमृतपाल के जालंधर में छिपे होने की आशंका है। जिले के सभी एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर नाकाबंदी कर दी गई है। अमृतपाल के मुद्दे पर कनाडा और ब्रिटेन के कई सांसदों ने ट्वीट किया है। पंजाब में पुलिस ने रविवार को कई इलाकों में फ्लैग मार्च किया और कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया। अजनाला थाने पर हमले के आरोपी एवं खालिस्तान समर्थक अमृतपाल पर रविवार को तीन और एफआईआर दर्ज कर दी गई हैं।