आपदा से निपटने के लिये SDERF ने कसी कमर

Mohit
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उज्जैन । आगामी मानसून के दृष्टिगत बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर जिला होमगार्ड/एसडीईआरएफ ने युद्धस्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। इसमें जिला स्तर पर सूचना संकलन केन्द्र के रूप में आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम (इमरजेंसी ऑपरेटिंग सेन्टर) स्थापित किया है, जो चौबीस घंटे मौसम विभाग व जिले की स्थिति पर नजर रखेगा। साथ ही समस्त विभागों के साथ-साथ क्यूआरटी व डीआरसी से समन्वय स्थापित करेगा।

जिला व तहसील के दूरस्थ क्षेत्रों में आपदा से निपटने के लिये तीन क्यूआरटी (क्विक रिस्पाँस टीम) तथा नौ डीआरसी (डिजास्टर रिस्पाँस टीम) रामघाट, त्रिवेणी घाट, कायथा, तराना, माकड़ोन, महिदपुर, झारड़ा, नागदा व बड़नगर का गठन किया गया है। जिला सेनानी संतोष कुमार जाट द्वारा बताया गया कि समस्त क्यूआरटी एवं डीआरसी में आठ अधिकारी एवं 108 होमगार्ड/एसडीईआरएफ के जवानों की तैनाती की गई है, जिन्हें बोट हैंडलिंग, वाटर रेस्क्यू की ट्रेनिंग उपरान्त तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त सिविल डिफेंस वॉलेंटियर, तैराक दल व गोताखोरों को भी चिन्हित किया गया है, जिन्हें बाढ़ की स्थिति होने पर उपयोग किया जायेगा।

डीआरसी टीम बाढ़ बचाव संसाधनों से सुसज्जित

तत्काल रिस्पाँस हेतु महिदपुर डीआरसी को एक एचडीपीई बोट, 10 लाईफ बॉय, 10 लाईफ जैकेट, 5 रस्से, एक मेगाफोन, एक ड्रेगन टॉर्च, एक बिलाई तथा झारड़ा डीआरसी को 8 लाईफ बॉय, 8 लाईफ जैकेट, 3 रस्से, एक मेगाफोन, एक ड्रेगन टॉर्च, एक बिलाई, तराना डीआरसी को एक एचडीपीई बोट, 10 लाईफ बॉय, 10 लाईफ जैकेट, 3 रस्से, एक ड्रेगन टॉर्च, एक बिलाई, कायथा डीआरसी को 5 लाईफ बॉय, 4 लाईफ जैकेट, 2 रस्से, एक मेगाफोन, एक ड्रेगन टॉर्च, माकड़ोन डीआरसी को 7 लाईफ बॉय, 7 लाईफ जैकेट, 2 रस्से, एक मेगाफोन, एक ड्रेगन टॉर्च, एक बिलाई, बड़नगर डीआरसी को 10 लाईफ बॉय, 10 लाईफ जैकेट, 2 रस्से, एक मेगाफोन, एक ड्रेगन टॉर्च, एक बिलाई, नागदा डीआरसी को एक रेस्क्यू बोट, 10 लाईफ बॉय, 10 लाईफ जैकेट, 5 रस्से, एक मेगाफोन, एक ड्रेगन टॉर्च, एक बिलाई, रामघाट डीआरसी को 2 मोटर बोट, 8 लाईफ बॉय, 8 लाईफ जैकेट, 4 रस्से, 2 ड्रेगन टॉर्च, 2 बिलाई, त्रिवेणी डीआरसी को 5 लाईफ बॉय, 5 लाईफ जैकेट, 2 रस्से, एक मेगाफोन, एक ड्रेगन टॉर्च, एक बिलाई प्रदाय की गई है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर तत्काल उपयोग में लाया जा सके।