आज से सावन शुरू हो गया है। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में आज से ही श्रावण मास की शुरुआत हो गई है। यहां बड़े ही धूमधाम से हर साल सावन का त्यौहार मनाया जाता है। सावन में हजारों की संख्या में रोज भक्त दर्शन करने के लिए महाकाल मंदिर आते हैं। लेकिन इस साल कोरोना होने की वजह से भक्तों की संख्या को सिमित कर दिया गया है। इस बार सावन में प्रतिदिन पांच हजार भक्तों को अग्रिम बुकिंग के आधार पर भगवान महाकाल के दर्शन होंगे। ऐसे में जो श्रद्धालु दर्शन की अग्रिम बुकिंग नहीं करवा पाएंगे, वे सीधे मंदिर पहुंचकर 250 रुपये के शीघ्र दर्शन के टिकट खरीदकर दर्शन कर सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक, श्रावण-भादौ मास में सोमवार को भगवान महाकाल की सात सवारी निकलेंगी। इसके अलावा प्रत्येक सोमवार को भक्तों को सुबह छह से 11 बजे तक तथा शाम को सात से रात नौ बजे तक भगवान के दर्शन होंगे। इसको लेकर मंदिर प्रशासन ने देशभर से आने वाले दर्शनार्थियों के लिए सुगम दर्शन की व्यवस्था की है। ऐसे में व्यवस्था को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। बताया गया है कि हर आने-जाने वाले पर अत्याधुनिक कैमरों के जरिए नजर रखी जाएगी।
दर्शन व्यवस्था –
सुबह छह से 11 बजे तक व शाम को सात से रात नौ बजे तक ही होंगे दर्शन। ऐसे में अग्रिम बुकिंग के आधार पर प्रतिदिन पांच हजार श्रद्धालुओं को मिलेगा प्रवेश
कल होगी श्रावण की पहली सवारी-
आपको बता दे, 26 जुलाई सोमवार को महाकाल की पहली सवारी निकाली जाएगी। ऐसे में बताया जा रहा है कि शाम 4 बजे शाही ठाठ के साथ राजाधिराज महाकाल चांदी की पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण के लिए रवाना होंगे। वहीं भक्त मंदिर की वेबसाइट पर सवारी के आनलाइन दर्शन कर सकते हैं। इसके अलावा बात करें दूसरी सवारी की तो दूसरी सवारी दो अग