12 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा पहुंचेंगे और विश्व डेयरी सम्मेलन 2022 का उद्घाटन करेंगे। 48 साल बाद भारत में यह कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है और समिट में 40 देशों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। यह सम्मेलन इंडियन एक्सपो मार्ट में आयोजित होगा और यह सम्मेलन 12 से 15 सितंबर तक चलेगा। इस कार्यक्रम में एनडीडीबी और उसकी सहायक कंपनियां मदर डेयरी तथा एनडीडीबी डेयरी सर्विसेज प्रमुख भूमिका अदा कर रही है।
क्या है थीम
दरअसल इस साल ‘विश्व डेयरी सम्मेलन 2022’ की थीम डेयरी फॉर न्यूट्रीशन एंड लाइवलीहुड है। जब 48 साल पहले जयहगह सम्मेलन हुआ था तब भारत दुग्ध उत्पादकों के लिए आयात पर पूरी तरह से निर्भर था, लेकिन अब भारत दुग्ध उत्पादों के मामले में आत्मनिर्भर हो चुका है। आगे भी यही प्रयास है और भारत की कोशिश भी जारी है कि आने वाले समय में दुग्ध उत्पादों का निर्यातक भी बन जाए।
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विकास का खुलेगा रास्ता
यह तो आप जानते हैं कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है और लाखों डेयरी किसानों के माध्यम से ही हासिल हुई है। आज डेयरी एक आजीविका का सबसे खास स्त्रोत है इतना ही नहीं बल्कि 50 सालों में भारतीय डेयरी क्षेत्र में बड़े परिवर्तन हुए हैं और इसी को देखते हुए यह आयोजन बहुत ही विशेष है। क्योंकि इस सम्मेलन में वैज्ञानिक तकनीक और व्यवसायिक तकनीक, विपणन सत्र ऐसे कई तरह के सत्र आयोजित होंगे। सबसे खास बात कि यह दुनिया के डेयरी विशेषज्ञ नेता और संबंधित पक्ष डेयरी क्षेत्र के बारे में अपने विचारों का आदान प्रदान करेंगे। इसके जरिए भारत विकसित देशों से सबक लेकर दूध उत्पादकता में सुधार कर इसमें और प्रगति करेगा।
48 साल बाद हो रहा कार्यक्रम
इस कार्यक्रम के लिए पुलिस, जिला प्रशासन एवं अन्य एजेंसियां जोर शोर से तैयारी कर रही है। भारत में 48 साल बाद विश्व में डेयरी सम्मेलन की मेजबानी हो रही है। आखिरी बार यह सम्मेलन 1947 में देश ने अंतरराष्ट्रीय डेयरी कांग्रेस की मेजबानी की थी। इस दौरान डेयरी उद्योग से जुड़ी नवीन तकनीक और प्रणाली को भी नए सिरे और गहराई से समझने का मौका मिलेगा।