इस मंदिर में श्री राम ने किया था भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक, मांगी थी ये मनोकामना, अब मना रहे उत्सव

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By Suruchi ChircteyPublished On: January 8, 2024

Mankameshwar Mandir: हमारे हिंदू धर्म में मनकामेश्‍वर महादेव मंदिर का इतिहास काफी प्रचलित है। जानकारी के मुताबिक आपको बता दें 22 जनवरी को प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। ऐसे में प्रयागराज के मनकामेश्वर मंदिर में भी काफी जश्न का माहौल है। बताया जा रहा है प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्‍ठा के दिन यहां का माहौल जबरदस्त देखने को मिलने वाला है। मनकामेश्‍वर मंदिर में इस जश्न को लेकरजोरों शोरों से तैयारियां भी चल रही हैं।


प्रभु श्री राम की प्राण-प्रतिष्‍ठा वाले दिन महादेव के इस मंदिर में भगवान भोलेनाथ की भव्य आरती और रुद्राभिषेक भी किया जाएगा। ऐसे में तीर्थराज माने गए प्रयागराज का काफी महत्‍व माना जाता है। तीन नदियों के संगम वाली इस नगरी में डुबकी लगाकर पुण्‍य कमाने के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु इस मंदिर में आते हैं लेकिन प्रयागराज का प्रभु श्रीराम से भी काफी गहरा नाता है।

वनवास के दौरान इस मंदिर में आए थे प्रभु श्रीराम

बता दें मनकामेश्‍वर मंदिर के इतिहास और पौराणिक कथाओं के अनुसार जब त्रेतायुग में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम वनवास के लिए चित्रकूट जा रहे थे, तब उन्होंने प्रयागराज के यमुना तट पर स्थित महादेव के इस मंदिर में जनकी माता ने के साथ प्रभु श्री राम के साथ भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया था। इसके साथ ही उन्होंने अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रभु श्री राम ने कामेश्वर महादेव से पूजा अर्चना की गई थी। इस मंदिर की यही सबसे बड़ा कारण है कि यहां पर हर साल सावन के माह में लाखों की संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए पहुंचते है।

प्राण-प्रतिष्‍ठा के दिन होगी विशेष पूजा-अर्चना

इस मंदिर में अब जब प्रभु श्री राम नए मंदिर के गर्भ गृह में 22 जनवरी को प्रवेश करने वाले है, तो प्रयागराज के मनकामेश्वर महादेव मंदिर में भी काफी उत्साह का माहौल रहने वाला है। इस दिन यहां पर भगवान शिव की भव्य पूजा की जाएगी। वहीं इस खास मौके पर उस दिन बड़ी संख्या में भक्तों के भी पहुंचने की उम्मीद जताई गई है।

इस मंदिर के मुख्य पुजारी स्वामी श्रीधरानंद सरस्वती ने कहा है कि प्रभु श्रीराम के चरण मनकामेश्वर महादेव में जब पड़े हैं, तब यहां पर त्रेतायुग में जब वनवास के लिए भगवान श्रीराम जा रहे थे, तो उन्होंने अपने मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया गया था। अब इस मंदिर में जब हजारों वर्ष बाद प्रभु श्रीराम अपने गर्भ गृह में प्रवेश करने जा रहे हैं, तो ये दिन किसी हर्ष और उल्लास से कम नहीं होगा। इसलिए इस मंदिर में भी भी 22 जनवरी को भव्य आरती और विशेष पूजन किया जाएगा।