सावन का महीना शिवभक्तों के लिए बेहद पावन माना जाता है. चारों ओर “ॐ नमः शिवाय” की गूंज और जलाभिषेक की पूजा से वातावरण शिवमय हो उठता है. ऐसे में अगर इस पवित्र महीने में आपको नागदेवता के दर्शन हो जाएं, तो यह किसी साधारण संकेत की बात नहीं होती — यह संकेत होता है कि आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आने वाला है.
नाग देवता और भगवान शिव का पवित्र संबंध
भगवान शिव के गले में लिपटे हुए नागराज वासुकी को हर शिव मूर्ति और चित्र में देखा जाता है। शास्त्रों के अनुसार नागों को शिव का रक्षक, साथी और आभूषण माना गया है. नागदेवता के दर्शन को शिव का आशीर्वाद माना जाता है, विशेषकर सावन सोमवार या श्रावण मास में.

सावन में सांप दिखने का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व
सावन के महीने में अगर सांप बिना किसी डर या हमला किए आपको दिखाई दे, तो उसे भोलेनाथ की कृपा का शुभ संकेत माना जाता है.
हो सकता है बड़ा बदलाव
ज्योतिष के अनुसार यह संकेत देता है कि आपके जीवन में कोई बड़ा परिवर्तन होने वाला है — जैसे:
.कोई पुराना कर्ज उतरना
.लंबित कार्य पूरा होना
.स्वास्थ्य में सुधार
.नौकरी या व्यवसाय में उन्नति
.रुकी हुई शादी या संतान से जुड़ा कार्य बनना
नागदेवता के दर्शन के समय क्या करें?
डरें नहीं, शांत रहें, मन में “ॐ नमः शिवाय” या “ॐ नागाय नमः” का जप करें, अगर संभव हो तो पास के शिव मंदिर में जाकर नाग देवता को दूध अर्पित करें, नाग पंचमी के दिन व्रत करने का संकल्प लें, किसी भी प्रकार का हिंसक या अपशब्द व्यवहार न करें.
पुराणों में भी है उल्लेख
स्कंद पुराण और गरुड़ पुराण में उल्लेख मिलता है कि सावन मास में जो भक्त नागों का दर्शन करता है, विशेष रूप से सोमवार को, उसे अकाल मृत्यु से मुक्ति, सर्पदोष से राहत, और संपत्ति की प्राप्ति होती है.
किन परिस्थितियों में न समझें शुभ संकेत?
अगर सांप क्रोधित रूप में दिखाई दे, घर के अंदर अचानक घुस जाए और व्यवधान उत्पन्न करे, किसी को डस ले या हमला करे, ऐसे में ज्योतिषीय सलाह जरूर लें, क्योंकि यह संकेत सर्पदोष या पितृदोष की ओर भी इशारा कर सकता है.
कैसे बढ़ाएं नागदेवता और शिव कृपा?
सोमवार को शिवलिंग पर दूध, बेलपत्र और जल अर्पण करें, नाग पंचमी पर सर्प देवता की पूजा करें, “ॐ नागेंद्राय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें, घर में शिव और नागदेवता की सांकेतिक तस्वीर या मूर्ति रखें.