Chaturmas 2025 : 6 जुलाई से रुकेगा शुभ कार्यों का सिलसिला, जानें कब फिर से बजेगी शहनाई

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By Swati BisenPublished On: June 28, 2025
Chaturmas 2025

Chaturmas 2025 : हिंदू धर्म में किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य को करने से पहले शुभ तिथि और मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। खासकर विवाह, सगाई जैसे मांगलिक अवसरों के लिए गुरु और शुक्र ग्रह की स्थिति का ध्यान रखा जाता है, क्योंकि ये दोनों ग्रह वैवाहिक जीवन और सुख-समृद्धि के प्रतीक माने जाते हैं।

यदि इन ग्रहों की स्थिति अनुकूल न हो, विशेषकर जब गुरु या शुक्र अस्त हो जाएं, तो शुभ कार्यों पर स्वाभाविक रूप से रोक लग जाती है।

चातुर्मास 2025 (Chaturmas 2025)

हर वर्ष देवशयनी एकादशी से लेकर देवउठनी एकादशी तक का समय ‘चातुर्मास’ कहलाता है। यह अवधि लगभग चार महीने तक चलती है और इसे भगवान विष्णु की योग निद्रा का समय माना जाता है। 2025 में चातुर्मास की शुरुआत 6 जुलाई से होगी और यह 1 नवंबर 2025 को समाप्त होगा। इस समय के दौरान विवाह, सगाई, मुंडन जैसे शुभ कार्यों को करना वर्जित माना गया है। धार्मिक दृष्टि से यह समय व्रत, तप और भक्ति में लीन रहने का होता है।

चातुर्मास में किन कार्यों से करें परहेज?

चातुर्मास के दौरान न केवल शुभ कार्यों पर रोक होती है, बल्कि आहार-विहार में भी संयम बरतना आवश्यक होता है। इस समय मांस, मदिरा, प्याज, लहसुन जैसे तामसिक आहारों से परहेज करना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन भी इस दौरान वर्जित माना जाता है। यह चार महीनों का समय साधना, स्वच्छता और आध्यात्मिक शुद्धता के लिए अत्यंत उपयुक्त होता है।

चातुर्मास के बाद शुरू होंगे मांगलिक कार्य

जैसे ही 1 नवंबर 2025 को चातुर्मास समाप्त होगा, शुभ कार्यों की शुरुआत एक बार फिर से हो जाएगी। 2 नवंबर से विवाह, सगाई और अन्य धार्मिक आयोजनों के लिए शुभ मुहूर्त मिलना शुरू हो जाएगा। जो लोग 2025 के अंत में शादी की योजना बना रहे हैं, उनके लिए नवंबर और दिसंबर बेहद अनुकूल रहने वाले हैं।

विवाह के लिए नवंबर और दिसंबर 2025 के शुभ मुहूर्त

नवंबर 2025 में विवाह के उत्तम मुहूर्त

2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25 और 30 तारीख को विवाह के लिए शुभ योग बन रहे हैं। ये सभी तिथियाँ वैदिक पंचांग के अनुसार शुभ मानी जा रही हैं।

दिसंबर 2025 में विवाह के शुभ दिन

दिसंबर में 4, 5 और 6 तारीख को विवाह के लिए उत्तम योग बन रहे हैं। इन तिथियों को ग्रह स्थिति और नक्षत्रों के आधार पर विवाह हेतु अति शुभ माना गया है।

Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल सामान्य सूचना पर आधारित है। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।