Ashwin Retirement : भारत के महान ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने आधिकारिक रूप से इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने यह घोषणा गाबा टेस्ट मैच के बाद की। यह फैसला भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए एक बड़ा झटका था, क्योंकि अश्विन भारतीय टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक रहे हैं। गाबा टेस्ट के दौरान, अश्विन को टीम इंडिया के खिलाड़ियों से भावनात्मक विदाई लेते हुए देखा गया। उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को गले लगाया और हेड कोच राहुल द्रविड़ से भी लंबी बातचीत की। इसके बाद, प्रेस कॉन्फ्रेंस में आकर अश्विन ने अपने संन्यास की घोषणा की।
अश्विन का इंटरनेशनल करियर
रविचंद्रन अश्विन ने अपने करियर में शानदार प्रदर्शन किया और कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कुल 106 मैचों में 537 विकेट हासिल किए। इसके अलावा, उनके नाम 37 फाइव विकेट हॉल और 8 बार मैच में 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी है। इसके अलावा, उन्होंने वनडे में 156 विकेट और टी20 क्रिकेट में 72 विकेट लिए। उनके कुल इंटरनेशनल विकेट की संख्या 765 है।
अश्विन का बल्लेबाजी में भी था योगदान
अश्विन सिर्फ एक बेहतरीन गेंदबाज ही नहीं, बल्कि एक अच्छे बल्लेबाज भी रहे। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 3503 रन बनाये, जिसमें 6 शतक शामिल हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका प्रदर्शन और भी शानदार रहा, जहां उन्होंने 8 शतक बनाए।
अश्विन ने करियर में क्या-क्या रिकॉर्ड्स बनाए?
अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में कई रिकॉर्ड्स बनाए हैं। वह सबसे तेज 250, 300, 350 विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं। इसके अलावा, उन्होंने भारत के लिए सबसे तेजी से 50 से लेकर 500 विकेट तक का रिकॉर्ड भी तोड़ा है। वह एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने चार मैचों में शतक और पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया है, जो कि एक अनोखी उपलब्धि है।
अश्विन एक सीजन में 82 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी रखते हैं और उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बाएं हाथ के बल्लेबाजों को आउट करने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है। भारत में अश्विन के नाम सबसे ज्यादा 383 विकेट भी हैं और टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रेटिंग प्वाइंट हासिल करने का भी रिकॉर्ड उन्हीं के नाम है।
अश्विन का करियर सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने कई बड़े खिताब भी जीते। उन्होंने 2010 और 2016 में एशिया कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे। 2011 में, वह उस भारतीय टीम का हिस्सा थे जिसने वर्ल्ड कप जीता। इसके अलावा, 2013 में उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम में भी अपनी भूमिका निभाई।
2016 में, अश्विन को आईसीसी मेंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर और आईसीसी मेंस टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर के खिताब से नवाजा गया। 2015 में उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया। इसके अलावा, उन्हें 2011 से 2020 के दशक की टेस्ट टीम में भी शामिल किया गया था।