रतन टाटा करते थे उड़ान के दौरान ये जोखिम भरा प्रयोग, जानें इसके पीछे का कारण

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रतन टाटा अब हमारे बीच नहीं रहे। 10 अक्टूबर को उनका निधन हो गया। वे अपनी नेतृत्व क्षमता और दयालुता के लिए प्रसिद्ध थे। रतन टाटा से जुड़े कई प्रेरणादायक किस्से हैं, जो आजकल खूब चर्चा में हैं। ऐसा ही एक शानदार किस्सा हम आपके साथ साझा कर रहे हैं।

रतन टाटा का नाम भारत के सबसे परोपकारी उद्योगपतियों में शुमार होता था, जिनकी नेतृत्व क्षमता अपनी अलग पहचान रखती थी। 10 अक्टूबर को 86 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। उन्हें विमानन क्षेत्र में गहरी रुचि थी। टाटा ने 1960 के दशक में पायलट का लाइसेंस प्राप्त किया था और वे F16 विमान उड़ाने में सह-पायलट के रूप में भी शामिल रहे थे। उनसे जुड़े कई प्रेरणादायक किस्से आज भी चर्चा में बने हुए हैं।

थॉमस मैथ्यू ने रतन टाटा की बायोग्राफी लिखी है, जिसमें उनके जीवन से जुड़ी कई अनसुनी और रोचक कहानियों का वर्णन है। उम्र बढ़ने और जिम्मेदारियों में इजाफा होने के बावजूद, विमानों के प्रति उनकी रुचि कभी कम नहीं हुई।

मैथ्यू ने रतन टाटा की जीवनी में यह भी बताया गया है कि रतन टाटा उड़ान के दौरान ही विमान का इंजन बंद कर देते थे। वे ऐसा अपने साथियों को डराने के लिए करते थे। इस किस्से से शायद ही कोई परिचित होगा। रतन टाटा के बदौलत भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक खास पहचान बनाई। टाटा समूह ने उनके नेतृत्व में कई ऊंचाइयों को छुआ।