कमला नेहरू अग्निकांड : बच्चों की मौत के आकंडों पर उठे सवाल

Shivani Rathore
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भोपाल : हमीदिया अस्पताल परिसर में स्थित कमला नेहरू (Kamla Nehru) बाल चिकित्सालय में 8 नवंबर को हुए अग्निकांड में 48 घंटे में 14 बच्चों की मौत हुई है। पूर्व मंत्री और विधायक श्री जीतू पटवारी ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने उन्हें खुद यह आंकड़े उपलब्ध कराए हैं, जबकि सरकार सिर्फ अग्निकांड में 4 बच्चों की मौत होना स्वीकार कर रही है।
आज मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय इंदिरा भवन में आयोजित संयुक्त पत्रकार वार्ता को पूर्व मंत्री श्री जीतू पटवारी, श्री पी सी शर्मा, डॉक्टर विजय लक्ष्मी साधो और विधायक श्री आरिफ मसूद ने संबोधित किया।

श्री पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) सरकार सरकारी हत्याओं की सरगना बन गई है। भोपाल में अस्पताल में हुआ अग्निकांड बच्चों की सामूहिक हत्या है। माननीय कमलनाथ (Kamal Nath) जी ने हाई कोर्ट के सिटिंग जज से मामले की जांच कराने की मांग की है, सरकार को उस पर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार भले ही अग्निकांड में 4 बच्चों की मौत स्वीकार कर रही हो लेकिन पिछले 48 घंटे में हमीदिया में 14 बच्चों की मौत हुई है। यह आंकड़े खुद अस्पताल प्रशासन ने उपलब्ध कराए हैं।

श्री पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास से हमीदिया अस्पताल कुछ सौ मीटर की दूरी पर है, लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री को वहां जाकर मौके का जायजा लेने का समय नहीं मिला। यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।
श्री पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री और चिकित्सा शिक्षा मंत्री को मामले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तत्काल अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। वहीं अस्पताल के फायर सेफ्टी के लिए सीधे भोपाल कमिश्नर जिम्मेदार हैं उन्हें भी तत्काल पद से हटाया जाए।

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पूर्व चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉक्टर विजय लक्ष्मी साधो ने कहा कि मध्य प्रदेश के अस्पतालों में सेफ्टी का ऑडिट लंबे समय से नहीं हो रहा है। अस्पताल का प्रबंधन राजस्व कमिश्नर के हाथ में सौंप दिया गया है और डॉक्टरों की इसमें कोई भूमिका नहीं रह गई है। यह जानबूझकर अस्पतालों में बदहाली फैलाने की साजिश है। डॉ. साधो ने कहा कि अस्पतालों का मेंटेनेंस गुजरात की कंपनियों को सौंप दिया गया है जो मनमाने तरीके से काम कर रही हैं।

पूर्व मंत्री श्री पी सी शर्मा ने कहा कि हमीदिया अस्पताल में इसके पहले भी तीन बार आग लग चुकी है, लेकिन प्रशासन नहीं जागा। अगर समय रहते कार्रवाई की जाती तो कमला नेहरू अस्पताल में इस तरह का हादसा देखने को नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार जानलेवा सरकार है पिछले 18 महीने में इस सरकार ने जान लेने के अलावा और कोई काम नहीं किया। श्री शर्मा ने कहा कि 15 तारीख को प्रधानमंत्री भोपाल आ रहे हैं ऐसे में वह आकर यहां के हालात स्पष्ट करें, क्योंकि राज्य सरकार ने अब तक अग्नि कांड को लेकर कोई भी तथ्य जनता के सामने नहीं रखे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री तथ्य सामने नहीं रखते तो कांग्रेस पार्टी मार्च निकालकर प्रधानमंत्री से मिलने जाएगी और उन्हें परिस्थिति से अवगत कराएगी।

विधायक श्री आरिफ मसूद ने कहा कि जब अग्नि कांड हुआ तो वह अस्पताल गए और उन्होंने प्रशासन से बच्चों को तत्काल निजी अस्पतालों में ट्रांसफर करने की मांग की। लेकिन मंत्री विश्वास सारंग ने इनमें से किसी बात पर अमल नहीं होने दिया। उनके दबाव में प्रशासन मौत के आंकड़े छुपाने की कोशिश में लग गया। उन्होंने कहा कि परिजनों को नवजात बच्चों से मिलने भी नहीं दिया गया जिससे इतनी अमानवीयता हुई।