मध्य प्रदेश में एक्शन के मोड़ में पुलिस, पतंगबाजी पर ड्रोन कैमरे से नजर, चाइनीज मांझे का इस्तेमाल करने पर होगी कार्यवाही

Simran Vaidya
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अभी तक मकर संक्रांति पर्व पर पुलिस तीर्थ स्थानों पर श्रद्धालुओं के भीड़ प्रबंधन के इंतजाम करती आई है, लेकिन यह पहला मौका है जब ड्रोन कैमरे से पतंगबाजों पर नजर रखी जा रही है. पुलिस ने कई जिलों में दर्जनों टीम मुस्तैद की है जो चीनी मांझा से पतंग उड़ाने वालों पर कार्रवाई करेगी. मध्य प्रदेश में चीनी मांझे पर प्रतिबंध लगाने के बाद कड़ी कार्रवाई का दौर आज भी चलेगा. बता दें कि चाइनीज मांझे से कई लोगों की जान तक चली जाती है. लोग इससे जख्मी हो जाते हैं और पशु पक्षियों की भी जान चली जाती है.

एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने क्या कहा

उज्जैन एसपी ने बताया कि चीनी मांझा से पतंग उड़ाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उनकी मकर संक्रांति सलाखों के पीछे मनेगी. श्री शुक्ल ने बताया कि पतंगबाजों पर निगाह रखने के लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है. ड्रोन से इस बात का पता लगाया जा रहा है कि कहीं कोई चीनी मांझे से पतंग तो नहीं उड़ा रहा है. चाइनीज मांझे से कई लोग जख्मी हो चुके हैं. पिछले साल एक व्यक्ति की जान भी चली गई थी.

प्रदेश के सभी शहरो में सख्ती

इसी तरह रतलाम एसपी अभिषेक तिवारी ने भी चाइनीज मांझा से पतंग उड़ाने वालों के खिलाफ कार्यवाही के लिए पुलिस थानों को अलर्ट पर रखा है. वहीं देवास एसपी डॉ शिवदयाल सिंह ने बताया कि देवास में भी चीनी मांझे के उपयोग पर प्रतिबंध है. ऐसी स्थिति में यदि कोई शिकायत आती है तो पुलिस टीम तैनात की गई है.

पक्षियों के लिए भी खतरा

इंसान ही नहीं बल्कि पक्षियों के लिए भी चीनी मांझा घातक साबित हो रहा है. इसी के चलते इस बार पूरे मध्य प्रदेश में चीनी मांझे पर कड़ा प्रतिबंध लगाया गया है. उज्जैन में एक दर्जन मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जबकि 3 लोगों के मकान पर हथौड़े चला दिए गए हैं. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने चाइनीज मांझे के क्रय-विक्रय और उपयोग को लेकर कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं. उन्होंने यहां तक कहा है कि जो प्रतिबंध के बावजूद खरीद-फरोख्त करेगा, उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई होगी.