तालिबान की गिरफ्त में पाकिस्तान के टॉप ऑफिसर, 17 घंटे से अधिक सुरक्षा सेंटर पर कब्जा

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तालिबान-पाकिस्तान के बीच जबरदस्त जंग चल रही है। 17 घंटे दोनो ओर से लड़ाई हो रही है। लेकिन पाकिस्तान अपने काउंटर टेररिज्म सेंटर को TTP के गढ़ से आजाद नहीं करा सका है। इस जंग में तालिबान ने पाकिस्तान मिलिट्री के कई टॉप अफसर तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के कब्जे में हैं। पाकिस्तान टीटीपी से बातचीत करने की लगातार कोशिश कर रहा है, लेकिन इस मामले में बात आगे नहीं बढ़ी है।

TTP ने सेंटर को बनाया बंधक

बता दें, उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान यानी कि खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू में एक काउंटर टेररिज्म सेंटर में रात भर में हिरासत में लिए गए कई टीटीपी वर्करों ने पूरे सेंटर को ही बंधक बना लिया मौका देखकर TTP के इन वर्करों ने पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों के कई अफसरों को ही कैद कर लिया है।

छावनी क्षेत्र की घेराबंदी

सोमवार को इलाके के आस-पास स्थिति तनावपूर्ण है। पाकिस्तान पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने छावनी क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है। इन्होंने आस-पास के निवासियों को घर के अंदर रहने के लिए कहा है। इलाके में इंटरनेट और मोबाइल फोन सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।

खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री के विशेष सहायक (SACM) बैरिस्टर मुहम्मद अली सैफ ने कहा कि स्थिति नाजुक बनी हुई है। अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।

उन्होंने यह भी कहा कि बन्नू परिसर में आतंकवादियों द्वारा एक सुरक्षा अधिकारी की हत्या कर दी गई थी। बाद में एक ट्वीट में सैफ ने स्पष्ट किया कि सरकार आतंकियों की कोई भी मांग पूरी नहीं करेगी।

सख्त कार्रवाई

SACM ने कहा कि हथियारबंद दहशतगर्दों के लिए बेहतर होगा कि वे अपने हथियार डाल दें, अन्यथा उनके खिलाफ “सख्त कार्रवाई” की जाएगी। उन्होंने संकेत दिया कि आतंकवादी गतिविधियों में शामिल तत्वों के साथ हल्के ढंग से व्यवहार नहीं किया जाएगा।

पाकिस्तान की वेबसाइट डॉन के अनुसार एक वीडियो क्लिप भी वायरल हुई जिसमें कथित तौर पर एक आतंकवादी बंदूक की नोक पर एक सुरक्षा अधिकारी को पकड़े हुए हैं। टीटीपी के इन वर्करों ने अफगानिस्तान के लिए “सुरक्षित मार्ग” की मांग की और मांग पूरी न होने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।

TTP के अन्य वर्कर ने जिसका चेहरा दिखाई नहीं दे रहा था, ने कहा कि आठ से दस सुरक्षाकर्मी उनकी कैद में हैं। इस शख्स ने कहा कि लगभग पैंतीस जिन्हें गिरफ्तार किया गया था वे भागने में सफल रहे। TTP की मांग है कि पाकिस्तान हवाई मार्ग से अफगानिस्तान के लिए उनकी रवानगी सुनिश्चित करे। TTP का कहना है कि पाकिस्तान सरकार से कोई पॉजिटिव सिग्नल प्राप्त नहीं हुआ है।