अग्रवाल परिवार के प्रतिष्ठा प्रसंग में दिखा अनूठा रंग, इंदौर की धरा पर हुआ चारों पवित्र धामों का अवतरण
शिवाजी महाराज ने असंगठित, आत्मस्वाभिमान विस्मृत, निर्जीव से हो चुके समाज को फिर चैतन्य किया -दत्तात्रेय होसबोले