नितिनमोहन शर्मा
संघ परिवार के आनुषंगिक संगठनों ने इन दिनों अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। इसमे विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी प्रमुख है। आरएसएस की तर्ज पर अब बजरंग दल भी अनुशासन के दायरे में लाया जा रहा है। डीजे ओर गाजे बाजे के साथ कूदते फांदते नजर नही आएंगे। इसके लिए गणवेश निर्धारित कर दिया है। डीजे पर रोक लगा दी गई है।
अब बजरंगी बगेर यूनिफॉर्म सड़क पर नही नजर आएंगे। चाहे गाय पकड़ने जाए या कथित लव जिहाद रोकने। विहिप ने भी 3 साल बाद फिर घर घर दस्तक अभियान शुरू किया है। 2 लाख परिवारों को परिषद से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। गली मोहल्ले, बस्ती कालोनियों में परिषद सुरक्षा समितियों का गठन भी करने जा रही है। बाबरी विध्वंस के दिन बजरंग दल विहिप का शौर्य संचलन भी इस बार इंदौर की सड़कों पर निकलेगा।
भगवा ब्रिगेड यानी आरएसएस के सहयोगी संगठन विश्व हिंदू परिषद, दुर्गा वाहिनी ओर बजरंग दल अव एक्शन मोड़ में आ गए है। विहिप 6 नवम्बर से घर घर दस्तक देने जा रही है। इस कवायद को हिन्दू हितचिंतक अभियान नाम दिया गया है। इसके लिए इंदौर को 37 प्रखंडो और 5 जिलों में बांटा गया है। अभियान के तहत हिन्दू परिवारों सदस्य बनाया जाएगा। साथ ही प्रत्येक मोहल्ले में विहिप की समितियों का गठन होगा। समितिया सम्बंधित मोहल्ले में समाज की एकजुटता के साथ रक्षक दल का भी काम करेगी।
भगवा ब्रिगेड की एक अन्य शाखा बजरंग दल भी एक्शन में आ गई है। अब बजरंगी गणवेश में नजर आएंगे। इसके लिए नई यूनिफॉर्म राष्ट्रीय स्तर पर तैयार की गई हैं। साथ मे एक लट्ठ भी रहेगा जो आरएसएस की शाखा वाले लट्ठ से हटकर है। बजरंग दल के किसी भी आयोजन में अब डीजे नही बजेगा, न नाचते कूदते किसी भी प्रकार की कोई अब यात्रा निकलेगी। अब बजरंगी जब भी सड़को पर आएंगे,आरएसएस की तर्ज पर अनुशासन के साथ आएंगे। इसका पहला मुज़ाहिरा बाबरी विध्वंस के दिन होगा।
इस दिन को बजरंग दल विहिप शौर्य दिवस के रूप में उसी दिन से मनाते आ रहे जिस दिन से अयोध्या में ये विवादित बाबरी ढांचा जमीदोंज किया गया था। उस दिन 6 दिसम्बर था और गीता जयंती थी। इस बार गीता जयंती 4 दिसम्बर को आ रही हैं। ढांचा विध्वंस के दो दिन पहले। लिहाजा भगवा ब्रिगेड इस दिन शौर्य संचलन इंदौर की सड़कों पर निकालने जा रही हैं। इस शौर्य संचलन में पहली बार बजरंगी गणवेश में नजर आएंगे। इसमे सशस्त्र वाहिनी भी रहेगी।
भगवा ब्रिगेड की महिला विंग भी पीछे नही है। उसके जिम्मे युवतियों ओर बहनों को आत्मसुरक्षा की ट्रेनिंग का काम किया गया है। इसके लिए पूरे शहर में अलग अलग हिस्सों में शक्ति केंद्र बनाए जा रहे है जहा ये ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमे स्कूल कॉलेज की लड़कियों पर मुख्य फ़ोकस किया जाएगा। विहिप सूत्रों की माने तो ये भगवा वाहिनी का ये एक्शन मोड़ वर्तमान चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए आया है। परिषद का मानना है कि बहुसंख्यक समाज को भविष्य की चुनोतियाँ से वक्त रहते आगाह करना आवश्यक है।
इसलिए विहिप बजरंग दल घर-घर पहुँचकर हिन्दू हित चिंतक परिवार बनाएगा। इसके अलावा भगवा ब्रिगेड ने अपने संगठन को चुस्त दुरुस्त भी किया है। अब बजरंग दल की हर बार निकलने वाली शौर्य यात्रा डीजे ओर गाजे बाजे के साथ नाचते कूदते नही निकलेगी। इसकी जगह अनुशासित गणवेश धारी बजरंगीओ का शौर्य संचलन एक जैसी कदमताल के साथ शौर्य दिवस के अवसर पर निकाला जाएगा।
लव जिहाद ओर ट्रेनिंग
भगवा ब्रिगेड का ये एक्शन मोड हिन्दू समाज की छुआछूत-भेदभाव से लेकर लव जेहाद के मुद्दों पर भी केंद्रित किया गया है। हितचिंतक बना रही परिषद इस अभियान के तहत भेदभाव छुआछूत को समाप्त कर समाज मे एकात्मता लाने और लव जिहाद के खिलाफ बहनो को जागृत करने का काम भी करेगी। लव जेहाद के मसले पर परिषद ने महिला विंग दुर्गा वाहिनी को आगे किया है। सूत्र बताते है कि दुर्गा वाहिनी के शक्ति केंद्र बनेंगे। यहां मातृशक्ति को लव जिहाद से बचने के साथ साथ आत्मरक्षा की ट्रेनिग दी जाएगी।
2 लाख हितचिंतक बनेंगे, बजरंग दल का गणवेश 600 रुपये का
विश्व हिंदू परिषद इंदौर में दो लाख हितचिंतक बनाने जा रही है। इसके लिए शहर के प्रत्येक मोहल्ले, कालोनियों ओर बस्ती क्षेत्र में समितियां बनेगी। परिषद के कार्यकर्ता घर घर जाएंगे और पत्रक के माध्यम से परिषद के कामकाज की जानकारी देकर हित चिंतक बनाएंगे। युवाओं को बजरंग दल से जोड़कर उन्हें गणवेश दी जाएगी। गणवेश की कीमत 600 रुपये तय की गई है। साथ में सुरक्षा के लिए मोटा लट्ठ भी दिया जाएगा जिस पर तार की कसावट रहेगी। गीता जयंती 4 दिसंबर पर शौर्य संचलन निकलेगा। परिषद ये संचलन समाज में सुरक्षा का भाव, गोमाता, बहन बेटीयो की सुरक्षा के सन्देश के साथ निकलेगा।
देश, धर्म, समाज, गोमाता, बहन बेटीयो पर जो कुदृष्टि डालेगा तो उसे निपटने के लिए बजरंग दल विहिप तैयार है। भविष्य की चुनौतियों से निपटने लिए योजना बनाई हैं। शौर्य दिवस पर बजरंग दल के कार्यकर्ता गणवेश पहनकर अनुशासित रूप से शौर्य संचलन के रूप में समाज के बीच जाएंगे। हित चिंतक अभियान में विश्व हिंदू परिषद मोहल्ला स्तर तक संगठन खड़ा करेगी। विहिप कार्यकर्ता घर-घर पहुंचकर एक पत्र के माध्यम से संगठन द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी देंगे। हिन्दू परिवारों को विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल ,दुर्गा वाहिनी ,मातृशक्ति संगठन का हित चिंतक बनाएंगे।