इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में निवेश के लिए अपार संभावनाएं है। देश और विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक प्रदेश के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थलों में भ्रमण करने आते है। मुख्यमंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के अवसर पर इंदौर में ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में पर्यटन क्षेत्र में निवेश संबंधी सेशन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की विशेषताओं को रेखांकित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश का सौंदर्य अद्भुत है। यहां धार्मिक पर्यटन के रूप में 2 ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर, खजुराहो, मां नर्मदा के तट है। वाइल्डलाइफ टूरिज्म क्षेत्र में मध्यप्रदेश भारत का बाघ, घड़ियाल, गिद्ध, तेंदुआ और चीता स्टेट है। प्रदेश में पर्यटकों की बढ़ती संख्या का लाभ लेते हुए सभी निवेशकों को पर्यटन में निवेश के अवसर तलाशने चाहिए। उन्होंने सभी निवेशकों को सरकार की सहयोगात्मक नीतियां बताते हुए निवेशकों को हर संभव सहयोग का भरोसा भी दिलाया।
पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में मध्यप्रदेश का पर्यटन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। प्रदेश पर्यटन क्षेत्र में आकर्षक निवेश नीतियों के साथ साहसिक पर्यटन, ग्रामीण पर्यटन और एग्रो पर्यटन जैसे नवाचारों के लिए जाना जाता है। प्रदेश में पर्यटन एक उभरता हुआ निवेश का क्षेत्र है। सचिव पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार अरविंद सिंह ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का महत्व बढ़ा है। कोविड के बाद के आंकड़ों को देखें तो पता चलता है कि देशवासी पर्यटन को अपनी जीवनशैली में महत्व देने लगे है। भारत के सभी राज्यों में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। पर्यटकों की बढ़ती हुई संख्या निवेशकों के लिए स्वर्णिम अवसर है।
प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि अद्वितीय वन्य जीवन, ऐतिहासिक विरासत, समृद्ध संस्कृति और धार्मिक तीर्थ स्थलों के साथ भारत का हृदयप्रदेश मध्यप्रदेश निजी निवेशकों के एक उपयुक्त स्थान है। यहां 11 नेशनल पार्क, 24 सेंचुरी, 3 यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट, 2 ज्योतिर्लिंग सहित अनेक विशेषताएं है जो पर्यटकों को अनायास ही आकर्षित करती है। प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि राज्य सरकार ने पर्यटन क्षेत्र में निजी निवेश को आकर्षित करने के लिए विशेष “पर्यटन नीति 2019” बनाई है। पर्यटन नीतियों में प्रमुख रूप से पारदर्शी प्रक्रिया, सस्ती एवं आसान दरों पर निवेशकों को शासकीय भूमि का आवंटन, निवेशकों को हेरिटेज संपत्तियों का आवंटन, निजी निवेश पर पूंजी निवेश अनुदान, मार्ग सुविधा केंद्र (डब्ल्यूएसए) पॉलिसी, जल पर्यटन नीति, ब्रांडेड होटल प्रचार नीति, नीतिगत अनुदान और फिल्म पर्यटन नीति शामिल है। प्रमुख सचिव ने पर्यटन नीति की विशेताएं बताते हुए सभी निवेशकों को निवेश के लिए आमंत्रित किया।
सेशन में पर्यटन में निवेश की संभावनाओं और अवसर के संबंध में आमंत्रित डेलिगेट्स ने अपने विचार रखे। द इंडियन होटल कंपनी (ताज) की एग्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट रियल स्टेट एंड डेवलपमेंट सुमा वेंकटेश, अबुदांतिया एंटरटेनमेंट लिमिटेड के फाउंडर और सीईओ विक्रम मल्होत्रा, तमारा लेजर एक्सपीरियंस की सीईओ श्रुति शिबुलाल, एडवेंचर टूर ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ATOAI) के फाउंडर प्रेसिडेंट कैप्टन स्वदेश कुमार और लाइव हिस्ट्री इंडिया की को फाउंडर और एडिटर मिनी मेनन ने मध्यप्रदेश में पर्यटन स्थलों में भ्रमण और इन्वेस्टमेंट के स्वयं के अनुभवों को सांझा किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की पर्यटन नीति सहज और निवेशक फ्रेंडली है। आसान और सरल प्रक्रिया, पारदर्शी व्यवस्था और सहयोगी अधिकारी इसकी प्रमुख विशेषता है। सभी ने निवेशकों को मध्यप्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में निवेश के लिए आमंत्रित किया। सेशन में पर्यटन में निवेश संबंधी प्रेजेंटेशन भी दिया गया।
इस अवसर पर प्रबंध संचालक राज्य पर्यटन विकास निगम एस विश्वनाथन, अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड विवेक श्रोत्रिय, संबंधित अधिकारी और द ताज ग्रुप, ओबेराई ग्रुप, द पार्क, क्लब महिंद्रा, ऑरेंज काउंटी, द लीला, वेक्सपोल होटल्स और रिसोर्ट, तमारा ग्रुप, मैरियट ग्रुप, रेडिसन ग्रुप, सरोवर पोर्टिको, हिल्टन ग्रुप, हयात ग्रुप, प्राइड होटल ग्रुप, रॉयल ऑर्बिट, सयाजी ग्रुप, फर्न ग्रुप के सीईओ और प्रतिनिधियों सहित मध्यप्रदेश के लोकल होटल एवं इंटर स्टेट प्रमुख होटल के प्रतिनिधि उपस्थित रहें।