MP Board Exams 2024: परीक्षा केंद्रों में मोबाइल पूरी तरह रहेंगे प्रतिबंधित, पाए जाने पर होगी 10 साल की सजा

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भोपाल: 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 5 और 6 फरवरी से शुरू हो रही हैं। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमपी बोर्ड) द्वारा इस बार बोर्ड परीक्षा के लिए कई नए नियम बनाए है ताकि पेपर लीक से लेकर नकल करने तक सभी पर लगाम लगाई जा सके। बता दें कि, इस बार परीक्षा के दौरान मोबाइल पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।

परीक्षा केंद्र के अंदर किसी को भी मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी। यहां तक कि केंद्राध्यक्ष भी अपने पास मोबाइल नहीं रख सकेंगे। यदि किसी के पास मोबाइल पाया गया तो उसे 10 साल की सजा हो सकती है। गौरतलब है कि, पिछले साल, 10वीं और 12वीं के 16 विषयों के प्रश्नपत्र मोबाइल के माध्यम से लीक हो गए थे।

इस साल, माध्यमिक शिक्षा मंडल प्रश्नपत्र लीक को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहा है। परीक्षा हॉल में मोबाइल फोन, स्मार्ट घड़ियाँ, ब्लूटूथ डिवाइस, कैमरा, अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पूरी तरह से बैन किए गए है। यदि किसी के पास परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल या कोई अन्य प्रतिबंधित वस्तु पाई जाती है, तो उसे 10 साल तक की कैद और 10 लाख रुपए तक का जुर्माना हो सकता है।

बता दें कि, परीक्षा अधिनियम 1937 के तहत परीक्षा में धांधली करने पर भी 10 साल तक की कैद हो सकती है। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों के बाहर मोबाइल जमा करने के लिए लोहे की पेटी रखी जाएगी। परीक्षा केंद्रों से सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए लैंडलाइन फोन और पोर्टल का उपयोग किया जाएगा। वहीं कोई छात्र 2 बार चीटिंग करता पकड़ा जाता है तो उसकी पूरी परीक्षा निरस्त हो सकती है।

इस बारे में जानकारी देते हुए मंडल के अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल बोर्ड परीक्षा का प्रश्नपत्र बहुप्रसारित होने के कारणों की जांच करने पर मोबाइल को सबसे बड़ा कारण माना गया। पुलिस थाना से प्रश्नपत्र परीक्षा कक्ष तक पहुंचने के दौरान मोबाइल से फोटो खींचकर इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित किया गया था। हालांकि पहले भी मोबाइल परीक्षा केंद्र के अंदर ले जाने के लिए प्रतिबंधित था।

लेकिन फिर भी केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक और स्टाफ लेकर जाते थे। बस विद्यार्थियों के लिए सख्ती बरती जाती थी। मंडल में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। यहां पर हर जिले का प्रभारी बनाया जाएगा। सभी प्रभारी अपने-अपने जिले की निगरानी करेंगे। इस बार परीक्षा केंद्रों की किसी भी तरह की सूचना मंडल को जल्द मिलेगी। पिछले साल 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र वायरल होने का सबसे बड़ा कारण मोबाइल था।