महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) बुधवार शाम मुंबई की ऑर्थर रोड जेल से जमानत पर रिहा कर दिया गया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा दर्ज भ्रष्टाचार के एक मामले में उन्हें जमानत देने के आदेश पर रोक लगाने से बॉम्बे हाई कोर्ट के इनकार करने के बाद रिहाई दे दी।
दरअसल अनिल देशमुख को मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money Laundering case) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा नवंबर 2021 में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद से वह जेल में बंद थे। आर्थर रोड जेल से रिहा होने के बाद महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने न्यायपालिका को धन्यवाद दिया। कहा, “मुझ पर लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है।”
Former Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh is released from Arthur road jail in Mumbai. pic.twitter.com/a3OKktDrq8
— ANI (@ANI) December 28, 2022
मुझे झूठे आरोपों में फंसाया गया – अनिल देशमुख
उन्होंने कहा कि सुनी-सुनाई बातों के आधार पर उन्होंने आरोप लगाया था, इसे साबित करने के लिए उनके पास कोई सबूत नहीं है।“ इस दौरान देशमुख ने सचिन वझे के खिलाफ भी बयान दिया था। इसके अलावा उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। अनिल देशमुख पर बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वझे के जरिए 100 करोड़ रुपए की वसूली रैकेट में शामिल होने का आरोप है। उनके खिलाफ सीबीआई ने भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है।
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