मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान पिछले कुछ समय से लापरवाह अफसरों पर जमकर बरसते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने बीते 1 महीने में कई अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया हैं। CM शिवराज सिंह चौहान द्वारा चलाई जा रही इस ऑन द स्पॉट कार्रवाई नीति को दूसरे अधिकारियों द्वारा भी पालन किया जा रहा है। ऐसे में हाल ही में मध्यप्रदेश से कई ऐसे कार्यवाही के मामले सामने आए हैं।
जहां पहला मामला बैरागढ़ में स्थित शासकीय कन्या उमावि के सामने आया है जहां पर एक विचारधारा दो शिक्षिकाओं को शिक्षा अधिकारी कार्यालय भेज दिया। इस विषय में डीईओ ने प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया है इसको लेकर लिखित आ जाओ अभी मांगा है। इतनी नहीं डीईओ इस विषय में समय पर जवाब ना मिलने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिया है।
दूसरे मामले की बात करें तो यहां भिंड से सामने आया है जहां पर स्वच्छता को लेकर लापरवाही करने वाले मुख्य नगरपालिका अधिकारी महेश पुरोहित द्वारा सफाई दरोगा अशोक खरे को निलंबित कर दिया गया है। उनकी जगह पर दूसरे दरोगा को पदस्थ कर दिया गया है। तीसरा मामला मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी और सबसे सुरक्षित जगह जाने वाली इंदौर से सामने आया है जहां पर एसपी भगवतसिंह बिरदे ने दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
जिनके नाम मुन्ना लाल डोडियार और सिपाही संदीप कास्डे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि इन सिपाहियों को साठगांठ कर गोवंश तस्करों को छोड़ने के चलते इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया है। यह पूरा मामला जिले के मानपुर और बड़गौंदा थाने के अंतर्गत आता है। इस पूरे मामले को लेकर एसपी द्वारा जानकारी दी गई है कि बिना कार्यवाही किए इन गोवंश भरे वाहन को छोड़ दिया गया था।
वहीं अनूपपुर के शासकीय प्राथमिक विद्यालय खोलीटोला से भी एक मामला सामने आया है जिसमें प्राथमिक शिक्षक अमरदीन रोहणी को अनुपस्थित नहीं होने पर सहायक आयुक्त ने उन्हें निलंबित कर दिया। इतना ही नहीं इस तरह की लापरवाही को बरतने को लेकर थाना कोतवाली में अमरदीन रोहणी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 208/21 धारा 294, 323, 506 तथा 326 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।
एक अन्य मामला सतना नगर निगम से सामने आया जहां 31 कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दिया गया है। इतना ही नहीं 107 को नोटिस भी जारी किए गए है। जानकारी के लिए बता दें कि इतनी बड़ी कार्रवाई को यह कार्रवाई घर बैठकर वेतन लेने और लंबे समय तक अनुपस्थित रहने पर की गई है। इन लोगों की लंबे समय से शिकायत मिल रही थी और इन सब के खिलाफ कारण बताओ नोटिस को भी जारी किया गया है।
मध्य प्रदेश विद्युत विभाग द्वारा अभी हाल ही में ग्राम छिंदवाड़ा निवासी रघुवीर अहिरवार पिता गिरधारी लाल अहिरवार पर बिना मीटर बिना अनुमति के सीधे एलटी लाइन में तार टांगने और बिजली चोरी करने को लेकर कार्यवाही को अंजाम दिया गया है। इतना ही नहीं इस मामले में दोषी करार होने पर 6 माह का कारावास और ₹40829 जमा करने की सजा भी सुना दी गई है। बता दें कि विद्युत कंपनियां बिजली चोरी को लेकर काफी ज्यादा सख्त है।