केरल राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री पिनरई विजयन सरकार के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। उन्होंने सीएम पिनरई को चिट्ठी लिखकर कहा की वित्तमंत्री के एन बालगोपाल को पद से हटाने की बात कही है।
गर्वनर आरिफ मोहम्मद खान ने सीएम को लिखी चिट्ठी में कहा, “केएन बालगोपाल ने शपथ का उल्लंघन किया है। वह जानबूझकर शपथ का उल्लंघन करके भारत की एकता और अखंडता को कमजोर कर रहे हैं।
संविधान के नियम अनुसार करे कार्यवाही
राज्यपाल के आदेश के बाद केरल के मुख्यमंत्री ने वित्त मंत्री बालगोपाल के खिलाफ संविधान के अनुसार उचित कार्रवाई करने के राज्यपाल के निर्देश को खारिज कर दिया है।
इसलिए उठ रहे है सवाल
रविवार (23 अक्टूबर) को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा था जिस वित्त मंत्री के एन बालगोपाल की आय का मुख्य स्त्रोत शराब और लॉटरी है। वो सवाल उठा रहे हैं कि क्या यूपी के राज्यपाल केरल की शिक्षा प्रणाली को समझ सकते हैं। मैं उन्हें सलाह देता हूं कि वो मेरे बारे मे तो बोल रहे लेकिन सुप्रीम कोर्ट के जजों के बारे में ऐसी टिप्पणी ना करें।
उन्होंने कहा कि कि कोर्ट ने शनिवार(22 अक्टूबर) को केरल टेक्निकल यूनिवर्सिटी के वीसी की नियुक्ति के खिलाफ एक फैसला दिया था। इसको लेकर अगर आप कहते कि जज महाराष्ट्र और असम से होने के कारण केरल के एजुकेशन सिस्टम को नहीं समझते हैं, तो आप खुद को परेशानी में डाल रहे हैं।