Kartik Purnima : आज कार्तिक पूर्णिमा है। दरअसल, कार्तिक के महीने में आने वाली पूर्णिमा बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन स्वर्ग से देवता धरती पर आकर देव दिवाली मानते हैं। कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहा जाता है। कहा जाता है कि इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही इस दिन व्रत करने से काफी ज्यादा लाभ की प्राप्ति होती है। आज हम आपको इस दिन करने की पूजा और व्रत के बारे में बताने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं –
पूजा विधि –
जानकारी के मुताबिक, कार्तिक पूर्णिमा के दिन विधिपूर्वक पूजन करने से काफी ज्यादा लाभ मिलता है। कहा जाता है कि इस दिन सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए। वहीँ नदी में स्नान नहीं कर पाएं तो घर में ही गंगाजल डालकर स्नान करें। खा जाता है कि भगवान विष्णु के सामने देसी घी का दीपक जलाकर उनकी पूजा-अर्चना करना जरुरी है।
मान्यताओं के अनुसार, पूर्णिमा की तिथि भगवान विष्णु और उनकी अर्धांगिनी माता लक्ष्मी को भी काफी पसंद है। इसलिए इस दिन पूजा करना चाहिए। इस दिन भक्त सत्यनारायण की कथा भी करवाते हैं। ऐसा करने से विष्णु जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके अलावा शाम के समय आरती करके तुलसी के पौधे पर देसी घी का दीपक जलाएं।
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ये करें दान –
इस दिन दान करने का काफी ज्यादा महत्व माना जाता है। दरअसल, कहा जाता है कि स्नान के साथ दान किया जाए तो उसका कई गुना लाभ मिलता है। बता दे, इस दिन गुड़ का दान करना काफी शुभ होता है। इस दिन गुड़ दान करने से भगवान विष्णु काफी खुश होते है साथ ही वह अपने जीवन की दरिद्रता दूर करते हैं। वहीं धन सम्बंधित परेशानियां भी दूर होती हैं।
इसके अलावा इस दिन अन्नदान करना चाहिए। इससे जीवन में सम्मान का कारक होता है।साथ ही कभी भी आपके घर में अन्न की कमी नहीं होती। वहीं कहा जाता है कि इस दिन वस्त्र का दान करना भी बेहद शुभदायक होता है। ऐसा करने से दोगुने फल की प्राप्ति होती है। साथ ही आर्थिक स्थिति हमेशा अच्छी बनी रहती है।