जबलपुर( Jabalpur News )- एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड और भारत सरकार के न्यूकिल्यर पावर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआईएल) के मध्य गत दिवस 93 मेगावाट बिजली क्रय करने के लिए एक पावर परचेस एग्रीमेंट (पीपीए) काकरापार में हस्ताक्षरित हुआ। मध्यप्रदेश को गुजरात स्थित काकरापार परमाणु विद्युत गृह से उत्पादित होने वाली बिजली में से 93 मेगावाट बिजली 15 वर्षों तक मिलेगी। मध्यप्रदेश को प्राप्त होने वाली बिजली की वर्तमान दर ₹ 2.289 प्रति यूनिट है। पावर परचेस एग्रीमेंट पर एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी की ओर से मुख्य महाप्रबंधक प्रमोद चौधरी और काकरापार के स्टेशन डायरेक्टर ए. बी. देशमुख ने हस्ताक्षर किए। पावर मैनेजमेंट कंपनी की ओर से यह एग्रीमेंट बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की 99 वीं बैठक में लिए गए निर्णय के अनुपालन में किया गया है।
मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एवं ऊर्जा सचिव व एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के अध्यक्ष संजय दुबे ने इस पावर परचेस एग्रीमेंट हस्ताक्षरित होने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश को 15 वर्षों तक सस्ती दर पर 93 मेगावाट बिजली उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि इस प्रदूषण रहित उपलब्ध होने वाली बिजली से कॉर्बन उत्सर्जन कम करने में मदद मिलेगी। पावर परचेस एग्रीमेंट हस्ताक्षरित होने के अवसर पर काकरापार के साइट डायरेक्टर एम. वेंकटचलम, सहायक महाप्रबंधक ए. के. मिश्रा और एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के महाप्रबंधक डा. आर. बी. सक्सेना उपस्थित थे। काकरापार परमाणु विद्युत गृह से पूर्व में किया गया 15 वर्षीय एग्रीमेंट वर्ष 2020 में समाप्त हो गया था, लेकिन काकरापार से उपलब्ध होने वाली बिजली की दर अन्य उपलब्ध होने वाली बिजली की दरों से कम थी, इसलिए इस एग्रीमेंट को पुन: 15 वर्षों के लिए हस्ताक्षरित किया गया है।